इस बार चातुर्मास (Chaturmas) की शुरुआत 6 जुलाई से हो चुकी है और इसका समापन 1 नवंबर को देवउठनी एकादशी के दिन होगा। चातुर्मास में तुलसी (Tulsi) पूजा का विशेष महत्व माना जाता है। अगर आप इस दौरान तुलसी के पास दीपक जलाते हैं तो आपको कई लाभ देखने को मिल सकते हैं।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, चातुर्मास के 4 महीनों में तुलसी (Tulsi) के पास दीपक जलाने से दुर्भाग्य दूर होता है सौभाग्य की प्राप्ति होती है। ऐसा माना जाता है कि चातुर्मास में रोजाना तुलसी के पास दीपक जलाने से जीवन में खुशहाली का आगमन होता है।
तुलसी (Tulsi) को माता का स्वरूप और ऊर्जावान पौधा कहा गया है। ऐसे में चातुर्मास में तुलसी के पास दीपक जलाने से अशांति दूर होती है। साथ ही, परिवार में हो रहे कलह-क्लेश खत्म होते हैं और मानसिक शांति मिलती है।
ज्योतिष के अनुसार, जो लोग ग्रहों दोष से परेशान हैं या करियर में तरक्की नहीं मिल रही है या फिर कारोबार भी ठप पड़ गया है, तो चातुर्मास में रोजाना तुलसी के पास दीपक जलाएं और विष्णु जी के मंत्रों का जाप करना चाहिए।
तुलसी (Tulsi) को विष्णुप्रिया कहा गया है। ऐसे में अगर आप विष्णु जी के शयनकाल के दौरान रोजाना तुलसी के पास दीपक जलाते हैं, तो भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और धन की देवी लक्ष्मी मां भी प्रसन्न होती हैं।
चातुर्मास में रोजाना तुलसी पर गाय के घी का दीपक जलाना चाहिए और इसे तुलसी के पास दीपक की दिशा पूर्व या उत्तर होनी चाहिए। आर्थिक तंगी, विवाह और संतान प्राप्ति में आ रही अड़चनों को दूर करने के लिए चातुर्मास में रोज तुलसी के पास दीपक जलाना चाहिए।