• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

नरक चतुर्दशी पर आज जरूर जलाएं आटे का चौमुखा दीपक

Writer D by Writer D
11/11/2023
in Main Slider, धर्म, फैशन/शैली
0
Half-Burnt Wick

Half-Burnt Wick

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

श्री हरि को सर्वाधिक प्रिय कार्त्तिक माह की कृष्ण चतुर्दशी को नरक चतुर्दशी ( Narak Chaturdashi) मनाई जाती है। इसी दिन छोटी दिवाली और हनुमान जयंती भी है। नरक चतुर्दशी को ही भगवान श्रीकृष्ण ने दैत्य नरकासुर का वध किया था व 16,000 बंदी कन्याओं के साथ विवाह कर उन्हें सम्मान दिलाया था। इसी दिन वामन अवतार में हरि ने राजा बलि को आशीर्वाद दिया था कि हर साल दिवाली पर उनके यहां आएंगे।

इस दिन मृत्यु के देवता यमराज का आशीर्वाद हासिल करने के लिए आटे का चौमुखा दीपक बनाएं और तिल का तेल उसमें डालें। रात के समय विधि-विधान से पूजा करने के बाद दीपक जलाकर दक्षिण दिशा की ओर मुख कर अनाज पर रखें। साथ ही, ‘मृत्युनां दण्डपाशाभ्यां कालेन श्यामया सह। त्रयोदश्यां दीपदानात् सूर्यज: प्रीयतां मम’ मंत्र का जाप करते हुए पूजा करें।

अकाल मृत्यु से बचने के लिए नरक चतुर्दशी ( Narak Chaturdashi) जरूर मनानी चाहिए। एक बार यमराज ने दूतों से पूछा, ‘क्या तुम्हें प्राणियों के प्राण लेते समय दया नहीं आती?’ तब दूतों ने उन्हें बताया, ‘हेम नामक राजा की पत्नी ने एक पुत्र को जन्म दिया, जिसके विषय में ज्योतिषियों ने कहा कि जिस दिन इसका विवाह होगा, उसके चार दिन बाद यह मर जाएगा।

चिंतित राजा ने बालक को यमुना किनारे की गुफा में ब्रह्मचारी के रूप में रखकर पाला। उसी यमुना तट पर महाराज हंस की पुत्री यमुना घूम रही थी, जिसे देख राजकुमार ने गंधर्व विवाह कर लिया। ठीक चार दिन बाद राजकुमार की मृत्यु हो गई। पति की मृत्यु पर राजकुमारी का विलाप देखकर हमारा हृदय भी कांप रहा था।’

यह प्रसंग यमराज को सुनाने के बाद एक यमदूत ने यमराज से अकाल मृत्यु से बचने का उपाय पूछा। यमराज ने कहा,‘नरक चतुर्दशी के दिन अकाल मृत्यु से छुटकारा पाने के लिए व्यक्ति को पूजन व दीपदान विधि-विधान से करना चाहिए।

यह जरूर करें: इस दिन सूर्योदय से पूर्व ही स्नान करें, अन्यथा पूरे साल आपने जो पुण्य किए हैं, उनका नाश हो जाएगा। वरुण देवता को स्मरण करते हुए स्नान करना चाहिए। नहाने के जल में हल्दी व कुंकुम अवश्य डालें। फिर यम तर्पण करें।

Tags: diwaliDiwali 2023Diwali celebrationdiwali newsDiwali SpecialGoddess Laxmilamp-lightinglaxmi pujannarak chaturdashinarak chaturdashi 2023
Previous Post

पर्स में रखी ये चीजें जीवन में लाती है आर्थिक तंगी

Next Post

रूप चतुर्दशी पर लगाएं ये खास उबटन, निखर जाएगा आपका चेहरा

Writer D

Writer D

Related Posts

CM Dhami
Main Slider

युवाओं के हित में मैं सर झुका भी सकता हूं और खुद को मिटा भी सकता हूं: सीएम धामी

01/10/2025
On the conclusion of Navratri, cheers echoed in the goddess temples.On the conclusion of Navratri, cheers echoed in the goddess temples.
Main Slider

नवरात्रि के समापन पर देवी मंदिरों में गूंजे जयकारे, 2 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

01/10/2025
Earthquake
Main Slider

फिलीपींस में भीषण भूकंप ने मचाई भारी तबाही, 69 की मौत

01/10/2025
Neelkanth
धर्म

विजयदशमी के दिन इस पक्षी के दर्शन करना होता है शुभ, होगी धनवर्षा

01/10/2025
Dussehra
धर्म

दशहरे पर किए गए ये उपाय दिलाएंगे संकटों से निजात, मिलेगी समृद्धि

01/10/2025
Next Post
Face Pack

रूप चतुर्दशी पर लगाएं ये खास उबटन, निखर जाएगा आपका चेहरा

यह भी पढ़ें

CM Yogi

IIT धनबाद में एडमिशन पाने वाले दलित छात्र अतुल कुमार की मदद करेगी योगी सरकार

02/10/2024
dhoni

रविंद्र जडेजा-फैफ डुप्लेसी ने लिया स्टनिंग कैच, साथ ही वायरल हुआ धोनी का 7 साल पुराना ट्वीट

08/10/2020
Arrested

‘रोहित’ बन लड़कियों को फंसाता था मुजाहिद, अश्लील फोटो भेजकर करता था ब्लैकमेल

26/08/2022
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version