बेंगलुरु। राज्य में शराब (Liquor) पीने वालों के लिए एक अच्छी और एक बुरी खबर है। यहां हाई प्रोफाइल लोगों की पसंदीदा प्रीमियम स्कॉच शराब पर ड्यूटी घटने की वजह से कीमत कम हो गई है। वहीं सौ से 200 रुपये कीमत वाली शराब पर ड्यूटी बढ़ा दी गई है। इस लिए सस्ती शराब (Liquor) खरीदने के लिए अब शौकीनों को थोड़ी और जेब ढीली करनी होगी। प्रदेश के आबकारी विभाग ने एक ही साल के अंदर पांचवीं बार आबकारी पालिसी में बदलाव किया है। नई पॉलिसी एक अगस्त से ही लागू करने की बात की है, हालांकि अभी तक इस संबंध में कोई आधिकारिक आदेश जारी नहीं किया गया है।
कहा जा रहा है कि नई दरें अगले हफ्ते लागू हो जाएंगी। सरकार के इस फैसले को लेकर अलग अलग वर्ग के लोगों की प्रतिक्रिया सामने आई है। बार मालिकों का कहना है कि स्कॉच पर ड्यूटी घटने से यह शराब सस्ती होगी और शौकीनों को फायदा होगा, लेकिन इसका नुकसान बार मालिकों को भुगतना होगा। सरकार की ओर से जारी आदेश के मुताबिक इस समय राज्य में प्रीमियम स्कॉच की बोतल 2500 से 3000 रुपवये में आ रही है। वहीं ड्यूटी घटने के बाद यही बोतल 1500 से 1800 रुपये में मिलेगी।
आधी हो जाएगी स्कॉच की कीमत
रिपोर्ट के मुताबिक प्रीमियम स्कॉच की पूरी बोतल अलग अलग राज्यों में 1000 से 1500 रुपये तक में मिलती है। हालांकि ड्यूटी अधिक होने की वजह से कर्नाटक में यह शराब महंगी थी। यही वजह है कि इस श्रेणी की शराब की खपत राज्य में कम है। अब ड्यूटी घटने के बाद इस शराब की बिक्री बढ़ने की पूरी उम्मीद है।
रिपोर्ट के मुताबिक कीमतों में कटौती की वजह से स्कॉच का एक क्वार्टर महज 300 रुपये में मिल जाएगा। सरकार को उम्मीद है कि शराब की खपत बढ़ने से सरकार के राजस्व में भी वृद्धि होगी।
महंगी हो जाएगी सस्ती शराब (Liquor)
इसी प्रकार सरकार ने नई नीति में सौ से 200 रुपये कीमत के दायरे में आने वाली शराब पर ड्यूटी बढाने का फैसला किया है। नई व्यवस्था के मुताबिक जो शराब अब तक सौ से 200 रुपये में मिलती है, नई नीति लागू होने के बाद यही शराब (Liquor) दो सौ से ढाई सौ रुपये में मिला करेगी। सरकार के इस फैसले पर नियमित शराब का सेवन करने वाले लोग आपत्ति जता रहे हैं।
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आरोप है कि राज्य में शराब की कीमत एक ही साल के अंदर पहले ही कई बार बढ़ाई जा चुकी है।बता दें कि शराब की कीमतें बढ़ाने पर पिछले दिनों खूब बवाल मचा था। विपक्षी दलों ने आरोप लगाया था कि शराब की कीमतें बढ़ाकर सरकार गारंटी योजनाओं के लिए पैसा जुटाने की कोशिश कर रही है।