धर्म डेस्क। कोरोना वायरस महामारी के कारण धार्मिल स्थलों में भारी भीड़ लगाना सख्त मना है, जिसके कारण लोग भगवान के दर्शन नहीं कर पा रहे हैं। जल्द ही नवरात्र शुरू होने वाले हैं ऐसे में मां दुर्गा के नौ रूपों के दर्शन करने के लिए लोग दूर-दूर से मंदिर आते हैं। धार्मिक स्थलों में सबसे विख्यात वैष्णो देवी दरबार के दर्शन करने हर साल लाखों लोग पहुंचते हैं। लेकिन इस बार ऐसा संभव नहीं है। इसी कारण वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने एक तरीका निकाला है जिससे भक्तगण घर बैठे मां के दर्शन कर सकते हैं।
दरअसल मां वैष्णो श्राइन बोर्ड ने जम्मू कश्मीर के रियासी जिले के लोगों के लिए जल्द ही मोबाइल एप लॉन्च करने वाली है। जिसके बाद भक्त मां वैष्णो के लाइव दर्शन अपने मोबाइल में ही कर सकते हैं। इसके साथ ही श्रद्धालु हवन का भी प्रसारण देख सकेंगे। इस मोबाइल एप को 17 अक्टूबर को लॉन्च करने की तैयारी है।
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने देश भर में श्रद्धालुओं को उनके घर पर पूजा का प्रसाद पहुंचाने की सेवा सोमवार को औपचारिक रूप से शुरू कर दी। बोर्ड के आधिकारिक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में राजभवन में हुई बोर्ड की बैठक के दौरान यह सेवा शुरू की गई। सिन्हा बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि जो श्रद्धालु माता के दर्शन करने आने में असमर्थ हैं, वे अब बोर्ड की वेबसाइट के माध्यम से पूजा के प्रसाद को घर मंगाने की बुकिंग कर सकते हैं। बुकिंग हो जाने के बाद, बोर्ड सुनिश्चित करेगा कि पूजा 72 घंटों के भीतर हो और प्रसाद को स्पीड पोस्ट के माध्यम से भेज दिया जाए।
मंदिर का प्रबंधन देखने वाले बोर्ड ने देश भर में लोगों तक प्रसाद पहुंचाने के लिए डाक विभाग से करार किया है। बोर्ड ने यहां एक बयान में कहा, ”श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (एसएमवीडीएसबी) ने देशभर में श्रद्धालुओं को प्रसाद पहुचाने के लिए डाक विभाग के साथ एक समझौता किया है । ”
श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रमेश कुमार और निदेशक (मुख्यालय) डाक विभाग, जम्मू कश्मीर गौरव श्रीवास्तव ने आध्यात्मिक विकास केंद्र कटरा में शनिवार को समझौते पर दस्तखत किया।
बयान में कहा गया, ”श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए खासकर मौजूदा हालात के दौरान बोर्ड ने प्रसाद को पहुंचाने की सुविधा शुरू की है।’ बोर्ड की इस पहल से महामारी के कारण यात्रा नहीं कर पाए श्रद्धालुओं तक प्रसाद पहुंचाने में बड़ी मदद होगी।”