पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पहले दौर का नामांकन जारी है, लेकिन अभी तक ये भी पता नहीं चल पाया है कि बिहार में रामविलास पासवान की पार्टी एलजेपी एनडीए के साथ है या नहीं है। एलजेपी सांसद चिराग पासवान इंतजार की स्थिति में हैं, लेकिन बीच बीच में उनकी पार्टी की ओर से सीएम नीतीश कुमार पर हमला किया जा रहा है।
इस बीच एलजेपी का एक पोस्टर बिहार में चर्चा का विषय बन गया है। इस पोस्टर में एलजेपी ने साफ कर दिया है कि उनकी नाराजगी जेडीयू से है, बीजेपी से उनकी कोई नाराजगी नहीं है। इस पोस्टर में लिखा है, “मोदी से कोई बैर नहीं, नीतीश तेरी खैर नहीं। इस पोस्टर में बताया गया है कि नीतीश के लिए कुर्सी पहली प्राथमिकता है, जबकि एलजेपी और बीजेपी के लिए पहली प्राथमिकता बिहार है।
बिहार विधानसभा चुनाव : महागठबंधन में सीटों का हुआ बंटवारा, राजद को 144, कांग्रेस को 70 सीटें मिलीं
बता दें कि राजस्थान विधानसभा चुनाव के दौरान भी इसी तर्ज पर एक नारा सामने आए था। तब ‘मोदी से बैर नहीं, वसुंधरा तेरी खैर नहीं’ का नारा दिया गया था।
बता दें कि बिहार एनडीए में बीजेपी, एलजेपी और जेडीयू के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर जबर्दस्त रस्साकस्सी चल रही है। बिहार में चर्चा तो ये भी है कि एलजेपी जरूरत पड़ने पर अकेले भी चुनाव लड़ सकती है। एलजेपी संसदीय दल की आज शाम इस बाबत अहम बैठक है। इस बैठक में इस पर चर्चा की जाएगी। बता दें कि इस मुश्किल घड़ी में रामविलास पासवान बीमार हैं और सीटों के बंटवारे से जुड़ी सभी चर्चाएं चिराग ही कर रहे हैं।
चिराग पासवान ऐसा जता रहे हैं कि अगर बिहार में वे एनडीए से अलग होते हैं तो केंद्र में एलजेपी का गठबंधन एनडीए के साथ रहेगा और रामविलास पासवान केंद्र सरकार में मंत्री बने रहेंगे। एलजेपी बीजेपी के खिलाफ एलजेपी उम्मीदवार नहीं उतारेगी, लेकिन माना जा रहा है कि एलजेपी जेडीयू के खिलाफ हर सीट पर उम्मीदवार उतारेगी।