पटना। लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) बिहार में अकेल विधानसभा चुनाव लड़ेगी। यह निर्णय रविवार को एलजेपी की संसदीय बोर्ड की बैठक में फैसला लिया गया है। एलजेपी जेडीयू के प्रत्याशियों के खिलाफ अपना उम्मीदवार उतारेगी। यह जानकारी पार्टी सूत्रों ने दी है।
Delhi: Lok Janshakti Party (LJP)'s Central Parliamentary Board meeting begins under the leadership of party chief Chirag Paswan. #BiharElections2020 pic.twitter.com/RIXyaZKLpz
— ANI (@ANI) October 4, 2020
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जारी तनातनी के बीच लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान की अध्यक्षता में आज संसदीय दल की अहम बैठक शुरू हो गई है। इस बैठक में लोजपा एनडीए में मिली सीट की पेशकश को स्वीकार कर बने रहने या गठबंधन से बाहर निकलने की संभावना पर अपनी मुहर लगाएगें। हालांकि पार्टी ने किसी भी फैसले के लिए अध्यक्ष चिराग पासवान को पहले ही अधिकृत कर दिया था। उधर एनडीए के साथी भाजपा और जदयू आज किसी भी वक्त सीट बंटवारे की घोषणा कर सकती है।
बता दें कि इससे पहले लोजपा संसदीय दल की बैठक शनिवार को होनी थी, लेकिन पार्टी के संस्थापक रामविलास पासवान की तबीयत बिगड़ने की वजह से ये बैठक टालनी पड़ गई थी।
एनडीए के गठबंधन से निकलने पर भाजपा का प्लान बी तैयार
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए के दो अहम साझीदार भाजपा और जदयू ने कथित रूप से सीट-बंटवारे से संबंधित मुद्दों का लगभग समाधान कर लिया है। दोनों दलों के विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक बैठक के दौरान सभी विवादास्पद सीटों पर चर्चा की गई और एक सौहार्दपूर्ण समाधान निकाल लिया गया है।
हालांकि लोक जन शक्ति पार्टी ने 143 सीटों पर लड़ने का इशारा किया है। वहीं भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि अगर लोजपा गठबंधन से बाहर निकलने का फैसला करती है, तो पार्टी प्लान बी के साथ तैयार है। मुकेश सैनी की वीआईपी पार्टी में भूमिका कर सकती है। सैनी ने शनिवार को महागठबंधन से एक नाटकीय घटनाक्रम में वाकआउट किया था। लोजपा धमकी दे रही है कि अगर उसकी 42 सीटों की मांग पूरी नहीं हुई तो वह एनडीए से अलग हो जाएगी और जदयू के खिलाफ चुनाव लड़ेगी। रोजगार के मोर्चे पर और राज्य के समग्र विकास पर सरकार के कथित विफलताओं के लिए लोजपा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साध रही है।