नयी दिल्ली: लोकसभा (Lok Sabha) में शुक्रवार को बिहार में मतदाताओं की पहचान के लिए चलाए जा रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के मुद्दे पर विपक्ष के भारी हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी गई।
लोकसभा (Lok Sabha) अध्यक्ष ओम बिरला ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू किया विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए सदन के बीचों बीच आ गए।
तब श्री बिरला ने कहा कि आप प्रश्नकाल नहीं चलाना चाहते हैं। उन्होंने सदस्यों से सदन की गरिमा बनाये रखने की अपील की।
श्री बिरला ने कहा मैं लगातार आग्रह कर रहा हूँ, प्रश्नकाल महत्त्वपूर्ण समय होता है। उन्होंने कहा कि नारेबाजी और तख्तियां दिखाकर प्रश्नकाल में सदस्यों का अधिकार नहीं छीन सकते हैं। यह ग़लत आचरण और ग़लत व्यवहार है जो उचित नहीं है।
उन्होंने द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) नेता टी आर बालू नाम लेकर कहा कि आप वरिष्ठ सदय हैं, आपको यह उचित लगता है क्या। आपको संसदीय परंपराओं का पालन करना चाहिए। लोकतंत्र को मजबूत करना है तो प्रश्न उठाने देना होगा ताकि सरकार को जवाबदेह बनाया जा सके।
श्री बिरला ने कहा कि लोगों की अपेक्षाओं और आकांक्षाओं को पूरा होने दें और देश को आगे बढ़ाने में अपना योगदान दें। देश में जो परिवर्तन हो रहा है उसके बारे में भी कहें।
उन्होंने कहा कि नारेबाजी और तख्तियां दिखाने से जनता की अभिव्यक्ति नहीं होती है। जनता ने अपनी बात रखने के लिए सदन में कहा अवसर दिया है, इसे नारेबाजी में न गंवायें।
अध्यक्ष के बार बार आग्रह के बावजूद हंगामा नहीं थमा जिसके कारण सदन की कार्यवाही दो बजे तक स्थगित कर दी गई।
आजाद शोभित