उत्तर प्रदेश के बागपत में एक निजी अस्पताल के डॉक्टर पर नर्स ने लव जिहाद का आरोप लगाया है। आरोप है कि मुस्लिम डॉक्टर ने पहचान छिपाकर हिंदू नर्स को प्रेम जाल में फंसाया और 7 महीने तक उनका शारीरिक शोषण किया। जब नर्स प्रेग्नेंट हो गई तो डॉक्टर ने उनके सामने धर्म परिवर्तन की शर्त रखकर शादी करने का प्रस्ताव रखा था।
पीड़िता ने इससे इनकार कर दिया। अब उन्होंने पुलिस से कार्रवाई की गुहार लगाई है। मामले में एएसपी (बागपत) मनीष मिश्रा ने बताया कि डॉक्टर की पहली पत्नी और उसके भाई को गिरफ्तार कर लिया गया है। मुख्य आरोपी डॉक्टर की पुलिस तलाश कर रही है।
आरोप है कि यहां निजी अस्पताल के एक मुस्लिम डॉक्टर ने पहले पहचान छिपाकर तलाकशुदा नर्स को प्रेमजाल में फंसाया, फिर शादी का वादा कर सात महीने तक उससे दुष्कर्म किया। बाद में धर्म परिवर्तन की शर्त रखकर शादी करने का प्रस्ताव रखा था। नर्स छह महीने की गर्भवती है। बुधवार को उन्होंने पुलिस अधीक्षक से मिलकर न्याय की गुहार लगाई। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
सुप्रीम का बड़ा फैसला, CBI जांच के लिए संबंधित राज्यों की सहमति जरूरी
पीड़िता का आरोप है कि डॉक्टर ने उन्हें बंधक बनाकर यातना भी दी। आरोपी डॉक्टर शादीशुदा है और उसके दो बेटे भी हैं। पीड़ित खेकड़ा थाना के कस्बे की रहने वाली है, जो बड़ौत के एक निजी अस्पताल में स्टाफ नर्स के पद पर कार्यरत है। महिला का आरोप है कि अस्पताल में कार्यरत एक मुस्लिम डॉक्टर अकरम कुरैशी ने अपना नाम अक्षय बताकर उनसे दोस्ती की थी।
डॉक्टर ने खुद को तलाकशुदा बताकर उनके साथ शादी करने की बात कही। पिछले 7 माह से वह उनके साथ शारीरिक संबंध बनाता रहा। आरोपी ने युवती का अश्लील वीडियो भी बना लिया था। जब भी वह शादी की बात कहती, डॉक्टर अश्लील वीडियो दिखाकर उनका मुंह बंद कर देता।
जांच के दौरान जौनपुर के पुलिस उपाधीक्षक सुशील कुमार सिंह निलंबित
इस बीच, युवती प्रेग्नेंट हो गई तो डॉक्टर ने उस पर बच्चा गिराने का दबाव बनाया। आरोप है कि गर्भपात कराने से इनकार करने पर उनके साथ मारपीट की गई। साथ ही धर्म परिवर्तन का दबाव भी बनाया गया। पीड़िता ने आरोपी डॉक्टर की पहली पत्नी पर भी मारपीट का आरोप लगाया है।
आरोप है कि मंगलवार को जब नर्स डॉक्टर के घर पहुंची तो उसकी पत्नी और भाई ने उनके साथ मारपीट की। उनके पेट पर लात मारी और बच्चे को गिराने का प्रयास किया, जिससे उनकी हालत बिगड़ गई। वह किसी तरह आरोपियों के चंगुल से मुक्त हुईं और पुसिल से शिकायत की। पीड़िता ने एसपी बागपत को लिखित शिकायत देते हुए कारवाई की गुहार लगाई।