लखनऊ। वर्ष 2021 में तमाम उतार-चढ़ाव के बाद 2022 में लखनऊ विकास प्राधिकरण नये रंग में दिखेगा। इसके लिए दिसम्बर माह के अंतिम सप्ताह में प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अक्षय ने दो बैठकें की हैं।
वर्ष 2022 में त्वरित गति देने वाले साॅफ्टेवयरों से बने वेबसाइटों के साथ लखनऊ विकास प्राधिकरण के कार्य में गति आयेगी।
लखनऊ विकास प्राधिकरण के लिए वर्ष 2021 में तमाम छोटी बड़ी कार्यवाहियां, निलम्बन, नोटिस, आरोप प्रत्यारोप लगे और इससे ज्यादा बड़ी रही कोशिशें। लखनऊ विकास प्राधिकरण में उपाध्यक्ष अक्षय के आने के बाद सुधार की स्थिति को गति मिली। दूसरों को नौकरी का झांसा देने वाले असीम रजा जैसे कर्मचारियों पर कार्यवाही करते हुए जांच कराई गई तो लखनऊ में अवैध रुप से बने भवनों पर बुलडोजर भी चले।
लखनऊ में ही सरकारी जमीनों पर कब्जा कर फ्लैटों को बनाने और बेचने के धंधे से जुड़े बिल्डरों, माफिया एवं विधायक मुख्तार अंसारी के अवैध निर्माण कार्यों, उससे जुड़े लोगों के अवैध भवनों पर बुलडोजर चलाने में लखनऊ विकास प्राधिकरण सबसे आगे रहा।
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प्राधिकरण उपाध्यक्ष अक्षय और उनके विभागीय अधिकारियों के तालमेल से समस्त जोनों में धुंआधार सील करने की कार्यवाही चली। जोन छह में जोनल अधिकारी कमलजीत सिंह के नेतृत्व में उन स्थानों पर भी सील की कार्यवाही की गयी, जो पिछले सरकारों में बड़े आराम से बन रही थी। बिना मानचित्र स्वीकृत किये हुए जोन एक, तीन, पांच में बने निर्माण कार्यों पर सीधे तौर पर कार्यवाहियां हुईं।
वर्ष 2021 से 2022 में प्रवेश करते हुए प्राधिकरण के अधिकारियों ने नये रंग को अपनाने की योजना की है। इसमें प्राधिकरण का साफ्टवेयर और इसमें दस्तावेजों को एकत्रित कर कार्य को आसान करने की योजना की है। इसके साथ ही स्मारक समिति को भी साॅफ्टवेयर से जोड़ने का कार्य सुचारु रूप से शुरू हुआ और नये वर्ष के पहले माह में पूर्ण भी किये जाने का दावा किया गया है।
प्राधिकरण उपाध्यक्ष अक्षय ने स्पष्ट कर दिया है कि पार्कों का सुंदरीकरण, तालाबों का निर्माण कार्य, दुकानों की मरम्मत एवं नवीनीकरण, शादी घरों के कार्यक्रमों जैसे कार्यों को भी आने वाले वर्ष में ऑनलाइन देखा जा सकेगा। सामुदायिक भवनों के रखरखाव पर नये वर्ष में भी जोर दिये जाने की तैयारी है।