लखनऊ नगर निगम ऑनलाइन सेल्फ एसेसमेंट प्रॉपर्टी टैक्स सर्विस की शुरूआत 20 सितंबर से कर रहा है। इसमें संपत्ति के मालिकों को अपनी संपत्तियों का विवरण देना होगा, जिसमें हाउस टैक्स, कमर्शियल टैक्स, प्रॉपर्टी का एरिया, पूर्व के कर भुगतान के रिकॉर्डों को लखनऊ नगर निगम को सौंपना होगा।
लखनऊ नगर निगम के आयुक्त अजय द्विवेदी ने आजतक से बात करते हुए बताया कि, “यह एक ब्रॉड प्लान है, जिसके तहत हम लोग सभी प्रॉपर्टियों का जीआईएस सर्वे करा रहे हैं, जो कि एक टेक्नोलॉजी बेस्ड सर्वे है। इसके चलते हम लोगों ने एक ऑनलाइन पोर्टल स्थापित किया है। ऑनलाइन पोर्टल में जो भी हाउसहोल्ड हैं, वह अपना सेल्फ एसेसमेंट टैक्स जमा कर सकते हैं।”
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नगर निगम आयुक्त ने आगे बताया, “इस पोर्टल पर सारे टैक्स से संबंधित गाइडलाइन और टैक्स कैलकुलेशन फॉर्मूले उपलब्ध होंगे, जिसके जरिए अपना सेल्फ एसेसमेंट टैक्स अपलोड कर सकते हैं। एक बार अपना टैक्स अपलोड करने पर जो हमारे रेवेन्यू इंस्पेक्टर हैं और टैक्स सुपरिटेंडेंट हैं, वह अपलोड किए गए टैक्स की वैल्यू को वेरीफाइड करेंगे। वेरीफाइड हो जाने पर वह व्यक्ति अपना टैक्स ऑनलाइन जमा कर सकते हैं।”
इसके साथ ही नगर निगम आयुक्त ने यह भी बताया कि टैक्स वेरीफिकेशन जो होगा वह 7 दिनों के अंदर ही करना होगा। अगर रेवेन्यू इंस्पेक्टर 7 दिन से ज्यादा समय लेते हैं तो इस वेरिफिकेशन को डीम्ड अप्रूवल माना जाएगा और वेरिफिकेशन के लिए ऊपर लेवल पर प्रक्रिया मूव कर दी जाएगी।
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नगर निगम आयुक्त के मुताबिक ऑनलाइन सेल्फ एसेसमेंट से लोगों का समय बचेगा। इससे न लोगों का हरासमेंट होगा और ना ही कोई गड़बड़ी हो पाएगी। एक निर्धारित समय पर लोग अपना ऑनलाइन टैक्स पेमेंट कर सकेंगे। हमारे सॉफ्टवेयर में सारी सेल्फ एसेसमेंट की प्रक्रिया की पूरी गाइडलाइन होगी कि कौन सा एरिया आपको नाप कर उसका ब्यौरा साइट पर उपलब्ध कराना है। और कौन सा नहीं। जैसे टॉयलेट का एरिया आपको अपने ब्यौरे में नहीं काउंट करना है। इन तमाम चीजों की जानकारी पोर्टल पर उपलब्ध होगी।
नगर निगम आयुक्त ने बताया कि ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू होने के बाद जो अभी तक लोगों की टैक्स बिल संबंधित शिकायतें आ रही थीं कि टैक्स बिल उनका ज्यादा आ रहा है अब वह भी नहीं होगा, क्योंकि पहले मैनुअल और पेपर वर्क होता था, अब सब कुछ ऑनलाइन होगा। अगर उसके बावजूद भी शिकायतें आती हैं तो उनका ऑब्जेक्शन फाइल करा कर तुरंत निर्धारित समय पर शिकायतों का निपटारा कर दिया जाएगा।
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नगर निगम आयुक्त ने बताया कि लखनऊ म्युनिसिपल कॉरपोरेशन ने 2020-21 वर्ष के लिए हाउस टैक्स के माध्यम से 200 करोड़ रुपए कलेक्ट करने का लक्ष्य रखा है। वहीं विगत वर्षों में जो टैक्स कलेक्ट नहीं हो पाए हैं, जिसमें हमारा 1 हजार करोड़ रुपए का एरियर्स भी बकाया है। ऑनलाइन स्व-मूल्यांकन कर प्रक्रिया के बाद, हमारा जो बकाया एरियर्स और टैक्स हैं वह काफी हद तक हमें मिल जाएंगे।