लखनऊ। राजधानी लखनऊ के पीजीआई थाना क्षेत्र के वृंदावन कॉलोनी सेक्टर 14 स्थित बरौली में कानून —व्यवस्था को धता बताते हुए बदमाशों ने प्रॉपर्टी डीलर की दिन दहाड़े हत्या कर दी है। बुधवार सुबह कार सवार बदमाशों ने प्रॉपर्टी डीलर दुर्गेश यादव की गोली मारकर हत्या कर दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल दुर्गेश को तुरंत अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने आरोपी मनीष यादव को गाड़ी सहित गिरफ्तार किया है।
मूलरूप से गोरखपुर के रहने वाले दुर्गेश यादव पीजीआई के वृंदावन सेक्टर 14 में रहकर प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करते हैं। बुधवार सुबह कुछ कार सवार लोग घर पहुंचे और घर में घुसकर गोली मार दी। दुर्गेश को पेट में गोली लगी, जिससे उसकी मौत हो गई है।
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बताया जा रहा है कि दुर्गेश के मकान मालिक गृह विभाग में नौकरी करते हैं। एसीपी कैंट बीनू सिंह के मुताबिक सुबह एसयूवी सवार लोग दुर्गेश के घर आए थे। अंदर बैठकर काफी देर तक बातचीत हुई। बाहर जाते समय किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। आशंका है कि रुपये के लेनदेन में विवाद हुआ, इसके बाद दुर्गेश को गोली मारी गई। पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों की तलाश में जुट गई।
जांच में पता चला कि दुर्गेश यादव पर हमला करने वाले बदमाशों में एक महिला भी शामिल है। दुर्गेश के साथ रहने वाले सोमेंद्र के मुताबिक करीब 8:00 बजे ऑडी और स्कॉर्पियो से आठ लोग घर पर आए थे, जिसमें एक महिला जिसका नाम पलक ठाकुर है वह भी शामिल थी।
उसके साथ मनीष यादव नाम का लड़का भी था। सभी लोग घर में घुसे और दुर्गेश की तलाश शुरू कर दी। साथ में रहने वाले लोगों ने बताया कि वह बाथरुम में हैं। इसपर उन्होंने बाथरूम का दरवाजा भी खटखटाना शुरू कर दिया। बाहर निकलते ही पहले दुर्गेश को बुरी तरह पीटा इसके बाद उसे गोली मार दी।
पुलिस की प्राथमिक जांच में सचिवालय में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का मामला
पुलिस की प्राथमिक जांच में सचिवालय में नौकरी दिलाने के नाम पर 68 लाख रुपये के लेन-देन की बात सामने आई है। पकड़ा गया आरोपी मनीष यादव फर्रुखाबाद के शिकोहाबाद का रहने वाला है। उसके साथ आई महिला पलक ठाकुर गोमती नगर विस्तार में रहती है। दुर्गेश यादव के खिलाफ लखनऊ और गोरखपुर में आठ से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। दो साल पहले उसके खिलाफ हजरतगंज थाने में नौकरी के नाम पर ठगी का मुकदमा दर्ज हुआ था। दुर्गेश को गोरखपुर के उरुवा थाने का हिस्ट्रीशीटर भी बताया जा रहा है। वहां उसके खिलाफ डकैती व लूट के भी मुकदमे दर्ज हैं।