उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के कैंट क्षेत्र में रेलवे के डिप्टी चीफ इंजीनियर के नौकर की गला काटकर हत्या कर दी गई। उसके दोनों हाथ बंधे हुए थे। यह क्षेत्र बेहद हाई सिक्योरिटी वाला है। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने पड़ताल शुरू की है। डॉग स्क्वॉयड व फॉरेंसिक टीम साक्ष्य जुटाने में लगी हैं।
दरअसल, पुनीत कुमार रेलवे में डिप्टी चीफ इंजीनियर के पद पर तैनात हैं, वे कैंट इलाके में रहते हैं। उनका नौकर ब्रजमोहन (32 साल) पुत्र श्याम बाबू रेलवे कॉलोनी में आवंटित आवास में रहता था। बीते पांच सालों से उनके यहां काम करता था। वह फिरोजाबाद जिले के कोल्हामाई का रहने वाला था।
इंजीनियर पुनीत के पड़ोसी का नौकर विनय कुमार तिवारी ने उनके घर के बाहर खून देखा तो उसने लोगों को जुटाया था। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई थी। विनय ने बताया कि वह दोपहर में पान मसाला खाने के लिए घर से बाहर निकला था। वह सीढ़ियों पर चढ़ रहा था तो उसे खून दिखा। उसने अपने मालिक की पत्नी को बताया। इसके बाद कॉलोनी के ट्रैफिक इंस्पेक्टर को बुलाकर लाया गया। तब उन्होंने पुलिस को सूचना दी। लोग जब पुनीत के घर में पहुंचे तो ब्रजमोहन का शव पड़ा मिला। उसके दोनों हाथ बंधे हुए थे।
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DCP पूर्वी संजीव सुमन का कहना है कि मृतक एक इंजीनियर का सर्वेंट है। वह अपने रूम में मृत पाए गया। उसके हाथ और पैर बंधे हुए थे। गले पर निशान हैं जो गहरा है। अब निशान कैसे हुआ? इस पर मैं अभी कुछ नहीं कह सकता हूं। लूटपाट जैसा कोई मामला नहीं लग रहा है। कमरा बिल्कुल यथावत है। कोई आपसी रंजिश का मामला लगता है। जांच में पता चला है कि दोपहर 1 बजे इंजीनियर के घर से कोई आया था, जिसको लंच मृतक बृजमोहन ने ही पकड़ाया था। इसका मतलब यह है कि 1 बजे के बाद बृजमोहन की हत्या की गई है। जल्द ही खुलासा किया जाएगा।
पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर का कहना है कि, एक बजे के करीब इंजीनियर का ड्राइवर लंच लेने आया था, तब घर पर दूसरे कमरे में इंजीनियर के फूफा ड्राइंग रूम में मौजूद थे। उन्हे कम सुनाई पड़ता है। उन्होंने अपना एक दरवाजा अंदर से बंद कर रखा था और उस रूम का दूसरा जो एंट्री गेट है, उसको बाहर से बंद कर दिया गया था। मृतक के बगल में पानी को गर्म करने वाली रॉड पड़ी थी, जिसको गर्म करके मृतक के गले पर लगाए जाने की संभावना है।
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संभावना है कि नौकर के परिचित लोगों ने ही घटना को अंजाम दिया है। संभव है कि रुपए के बंटवारे के समय विवाद हुआ और बृजमोहन की हत्या कर दी गई। फिलहाल दो ऐसे टिफिन मिले हैं, जिसे पुनीत ने अपना होने से मना किया है। CCTV फुटेज, मोबाइल के लोकेशन के आधार पर घटना का अनावरण करने के लिए टीमें लगाई गई हैं। क्या सामान गया है? कितना कैश गया है? यह अभी पुनीत ने नहीं बताए है। पुनीत मूलतः शाहजहांपुर के रहने वाले हैं। उनका परिवार वहीं पर मौजूद है। सरकारी आवास में पुनीत और उनके फूफा ही मौजूदा समय पर रह रहे थे। पुनीत ऑफिस में थे जब घटना हुई।