उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) द्वारा इसी वर्ष जनवरी में तीन चीनी नागरिको सहित 17 लोगों को प्री-एक्टिवेटिड सिम के प्रयोग कर आर्थिक अपराध के मामले में अदालत के बी वारंट के अनुपाल में गिरफ्तार चीनी नागरिक को पश्चिम बंगाल से लखनऊ लाया जायेगा।
एटीएस प्रवक्ता ने यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों बीएसएफ द्वारा भारत-बंग्लादेश अन्तर्राष्ट्रीय सीमा पर गिरफ्तार किया गया अभियुक्त जुन्वेई इस मामले में मुख्य अभियुक्त है। न्यायालय के वारंट-बी के अनुपालन में अभियुक्त जुनवेई को एटीएस पश्चिम बंगाल से लखनऊ लेकर आयेगी और उसे अदालत में प्रस्तुत करेगी। न्यायालय से आदेश प्राप्तकर एटीएस 36 वर्षीय चीनी नागरिक से विस्तार से पूछताछ करेगी।
गौरतलब है कि तीन चीनी नागरिको सहित 17 व्यक्तियों द्वारा प्री-एक्टिवेटिड सिम के प्रयोग से आर्थिक अपराध किये जाने के सम्बन्ध में विगत जनवरी माह में एटीएस ने एक गिरोह के कुल 17 सदस्यों को गिरफ्तार किया था। जिनमे तीन चीनी नागरिक भी सम्मिलित थे । इन अभियुक्तों द्वारा संगठित गिरोह बनाकर अपने आर्थिक लाभ, साइबर अपराध
तथा उसके माध्यम से अन्य विभिन्न प्रकार के अपराध जिनमें छल के लिए धोखाधड़ी, प्रतिरूपण, कूट रचना, कूटरचित प्री एक्टिवेटेड सिम कार्ड्स से अवैध क्रिया कलापों द्वारा बैंक खाते खोलकर आपराधिक षड्यंत्र एवं ऑनलाइन धोखाधड़ी के लिए प्रतिरूपण एवं अन्य अपराधिक गतिविधियां की गयी ।
इनके पास से दूसरे व्यक्तियों के नाम पतों से 1300 से अधिक प्री-एक्टिव सिम में बरामद की गई थी। इस सम्बन्ध में धारा 419/420/467/468/471/120बी भादवि व 66 D IT एक्ट, थाना-एटीएस, लखनऊ पर दर्ज किया गया था।