लखनऊ। राजाजीपुरम एलडीए कॉलोनी निवासी नितिन मिश्रा (Nitin Mishra) को ड्रग तस्करी के आरोप में बीते 12 अक्टूबर को अल्बानिया एयरपोर्ट (Albania Airport) पर गिरफ्तार कर लिया गया था। इस मामले में पीड़ित परिवार ने बेटे को भारत सुरक्षित लाने के लिए केन्द्र सरकार से गुहार लगाई है। केंद्र सरकार के पोर्टल पर लगाई गई मदद की गुहार को स्वीकार कर सरकार से परिवार को इंसाफ दिलाने का आश्वासन भी मिला है।
बहन नैना ने बताया कि भाई नितिन नेटवर्क मार्केटिंग का काम करता है। उसने लखनऊ के चिकनकारी व्यवसाय को अल्बानिया सहित कई देशों में फैलाने के उदे्श्य से 11 अक्टूबर को अल्बानिया जाने के लिए घर से निकला था। 22 अक्टूबर को फोन पर भाई ने बताया कि उसे यहां की पुलिस ने ड्रग्स तस्करी के आरोप गिरफ्तार कर लिया है। यह सुनते ही उसके परिवार में दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। मां रेनू का रो-रोकर हाल बेहाल है। भाई का हालचाल लेने के लिए जब उसने अल्बानिया और भारतीय दूतावास से सम्पर्क साधा तो वहां से उसे मायूसी हाथ लगी। दूतावास ने बताया कि इस बारें में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
उसने यह आरोप लगाया है कि भाई जब कभी अल्बानिया गया ही नहीं है तो उस पर ड्रग का केस कैसे दर्ज हो गया। इसकी जानकारी एम्बेसी को क्यों नहीं दी गई। ऐसे कई सवाल करते हुए नैना ने बताया उसके भाई को गलत आईडी के आधार पर गिरफ्तार किया गया है। उनका कहना है कि परिवार की आर्थिक स्थिति भी इतनी अच्छी नहीं कि वह इतना बड़ा खर्च उठा सकें। बेटे की रिहाई के लिए सरकार से मदद मांगी गई है।
बहन ने यह भी बताया कि नितिन का केस हाईकोर्ट लखनऊ बेंच के अधिवक्ता विवेक राय देख रहे हैं। उनके जरिए पता चला है कि केंद्र सरकार की मदद पोर्टल पर मेल कर सहायता मांगी। शिकायत दर्ज होने के बाद मदद पोर्टल से उन्हें सरकार से मदद का आश्वासन मिला है।
यह भी बताया कि नितिन के मामले की यूएस से पैरवी नितिन के अधिवक्ता हरजोत सिंह कर रहे हैं। उनके जरिए अल्बानिया सरकार से इसमें यह पूछा जाएगा कि उन्होंने किस आधार पर नितिन को गिरफ्तार किया है। उन्होंने यह सवाल उठाया है कि जब वह उनके देश पहले कभी नहीं आया तो ड्रग्स तस्करी का केस कैसे दर्ज हो गया। उन्होंने इसकी सूचना एंबेसी को क्यों नहीं दी।