वाराणसी। रंगभरी एकादशी (Rangbhari Ekadashi) पर शुक्रवार की शाम जगत जननी मां गौरा (Maa Gaura) ससुराल जायेगी। काशीपुराधिपति बाबा विश्वनाथ गौना में विदाई करा कर गौरा (Maa Gaura) और प्रथम पूज्य भगवान गणेश को प्रतीक रूप से शिवधाम (श्री काशी विश्वनाथ मंदिर)ले जायेंगे। बाबा गुजरात से आये खास खादी का राजसी वस्त्र और शाही पगड़ी बांध माता की विदाई करायेंगे। माता बरसाने से आया घाघरा पहनकर सोलहों श्रृंगार रचा दुल्हन के खास लिबास में भगवान गणेश को गोदी में लेकर रजत पालकी में विराजेगी।
उधर,टेढ़ीनीम स्थित श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत डॉ कुलपति तिवारी के आवास पर माता के विदाई के तैयारियों के साथ ब्रह्म मुहूर्त में बाबा के साथ माता गौरा (Maa Gaura) की चल पंचबदन रजत प्रतिमा का पंचगव्य तथा पंचामृत स्नान के बाद दुग्धाभिषेक किया गया। दुग्धाभिषेक पं. वाचस्पति तिवारी और संजीव रत्न मिश्र ने किया। सुबह पांच से साढ़े आठ बजे तक 11 वैदिक ब्रह्मणों ने षोडशोपचार पूजन के बाद फलाहार का भोग लगाकर महाआरती की । फिर दस बजे चल प्रतिमाओं का राजसी श्रृंगार एवं पूर्वाह्न साढ़े ग्यारह बजे भोग आरती के बाद के बाबा का दर्शन शुरू हो गया।
गौरतलब हो कि पूरी काशी रंगभरी एकादशी की शाम अनूठे रंगोत्सव की साक्षी बनेगी। बाबा विश्वनाथ की पालकी उठने के साथ ही काशी की गलियां अबीर-गुलाल की बौछार से लाल हो जाएगी। शिवभक्त बाबा की अगवानी में काशी की गलियों में गुलाल की होली खेलेंगे। श्रद्धालु बाबा के रजत डोला पर अबीर गुलाल चढ़ा कर घर परिवार में सुख समृद्धि की गुहार लगाने के साथ होली खेलने की अनुमति भी मांगेेंगे।
काशी में मान्यता है कि बाबा विश्वनाथ गौना के नेग में काशीवासियों को होली खेलने और हुड़दंग की अनुमति देते है। बाबा के गौना उत्सव में काशीवासी सबसे पहले अपने आराध्य बाबा भोले और मां पार्वती के साथ अबीर गुलाल की होली खेलते है। इस बार बाबा के भाल पर मथुरा के जेल में अरारोट और सब्जियों से कैदियों द्वारा तैयार की गई खास गुलाल लगेगा।
रंगभरी एकादशी पर यातायात प्रतिबंधित
रंगभरी एकादशी पर बाबा विश्वनाथ दरबार में उमड़ने वाली लाखों की भीड़ को देखते हुए मैदागिन से गोदौलिया, दशाश्वमेध होते हुए सोनारपुरा तक चारपहिया वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित किया गया है। शुक्रवार को सुबह नौ बजे से रात दस बजे तक लागू है। यातायात विभाग के अफसरों के अनुसार शिवाला स्थित अग्रवाल तिराहा से चारपहिया वाहन सोनारपुरा होते हुए गोदौलिया की ओर नहीं जाएंगे। इसी तरह गोदौलिया, मैदागिन, दशाश्वमेध क्षेत्र में सुबह नौ बजे से रात दस बजे तक रूट डायवर्जन की व्यवस्था लागू रहेगी। वाहन पार्किंग के लिए मैदागिन, बेनिया और अग्रवाल तिराहा के समीप व्यवस्था की गई है।