वास्तु शास्त्र में कई पेड़ पौधों का जिक्र किया गया है। इनमें से कई पौधे घर में लगाने पर शुभ फल देते हैं और कई पौधे व फूल अशुभ फल देते हैं। ऐसे में हर पौधा लगाने से पहले उसके बारे में जान लेना चाहिए कि वह घर के लिए शुभ है या अशुभ। साथ की पौधे व फूल अलग अलग फल देते हैं। जैसे कनेर (Kaner) का पौधा घर में लगाने से हमेशा लक्ष्मी जी उस घर पर मेहरबान रहती है। कनेर के पौधे को देवी लक्ष्मी का रूप माना जाता है। कनेर (Kaner) का पौधा घर में हो तो मां लक्ष्मी हमेशा मेहरबान रहती हैं। ऐसे घर में हमेशा धन-समृद्धि रहती है ।
वास्तु विशेषज्ञ हरिमोहन माहेश्वरी के मुताबिक हर पेड़-पौधे का अपना विशेष महत्व होता है। यह व्यक्ति के जीवन पर किसी न किसी प्रकार का प्रभाव छोड़ते हैं। आज हम आपको कनेर (Kaner) के पौधे और उसके फूल के बारे में आपको बताने जा रहे हैं। हिंदू धर्म में कनेर का पौधा बहुत ही शुभ माना जाता है। इसके फूल बहुत खूबसूरत होते हैं। यह तीन रंगों में पाया जाता है। इस पौधे को उचित नक्षत्र और वार में घर के आंगन में लगाना चाहिए। इसे सही दिशा में लगाने से घर में धन-समृद्धि बनी रहती है और आय में वृद्धि होती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार कनेर के पौधे को शुभ माना जाता है क्योंकि यह सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करता है.
साल भर भरा रहता है फूलों से
मान्यता है कि जिस तरह कनेर (Kaner) का पेड़ साल भर फूलों से भरा रहता है उसी तरह इसे घर में लगाने से साल भर घर में धन बना रहता है। कनेर का पौधा मन को शांत रखता है और वातावरण में सकारात्मकता लाता है। अगर मां लक्ष्मीजी की पूजा में सफेद कनेर के फूल रखे जाएं तो मां प्रसन्न होकर जातक के घर में वास करती हैं।
कनेर (Kaner) के पौधे की विशेषताएं
– कनेर (Kaner) का फूल तीन रंगों का होता है- सफेद कनेर, लाल कनेर और तीसरा पीली कनेर ।
– कनेर (Kaner) के पौधे को देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है ।
– मां लक्ष्मी को सफेद फूलों वाला कनेर का पेड़ बेहद प्रिय है ।
– मां लक्ष्मी को सफेद कनेर के फूल चढ़ाया जाता है ।
– कनेर के पेड़ पर भगवान विष्णु का वास होता है, जिसके पीले फूल होते हैं।
– कनेर के पीले रंग के फूल भगवान विष्णु को प्रिय हैं ।