मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का 85 वर्ष की आयु में लखनऊ के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री और उनके बेटे आशुतोष टंडन ने ट्विटर पर एक पोस्ट के माध्यम से साझा की। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा- बाबूजी नहीं रहे।
बाबूजी नहीं रहे
— Ashutosh Tandon (@GopalJi_Tandon) July 21, 2020
लालजी टंडन बीते कई दिनों से बीमार चल रहे थे और उनका इलाज लखनऊ के मेदांता अस्पताल में चल रहा था। बीती रात उनकी हालत फिर बिगड़ गई थी। उन्हें गंभीर हालत में वेंटिलेटर पर रखा गया था। इसकी जानकारी मेदांता अस्पताल के निदेशक डॉ. राकेश कपूर ने दी थी। उन्होंने कहा था कि आज उनकी तबीयत ज्यादा गंभीर है। उन्हें फुल सपोर्ट पर रखा गया है।
11 जून को हुए थे भर्ती
लालजी टंडन को 11 जून को सांस लेने में दिक्कत, बुखार और पेशाब में परेशानी की वजह से लखनऊ स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी तबीयत दिन ब दिन बिगड़ती जा रही थी।
किडनी और लीवर में थी दिक्कत
मध्यप्रदेश के राज्यपाल का 13 जून को ऑपरेशन किया गया था। हालत गंभीर होने की वजह से उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया गया था। वे बीच में दो दिन बाई-पैप मशीन पर भी रहे। मेदांता अस्पताल के निदेशक डॉ. कपूर के अनुसार, लालजी टंडन के किडनी फंक्शन में दिक्कत थी। ऐसे में उनकी डायलिसिस करनी पड़ रही थी। अब उनके लीवर फंक्शन में भी दिक्कत शुरू हो गई थी।