उत्तर प्रदेश की गोरखपुर पुलिस ने निवर्तमान ब्लाॅक प्रमुख व जिला बदर माफिया सुधीर सिंह को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया। बुधवार को माफिया सुधीर पुलिस वालों पर फायरिंग कर भाग रहा था, लेकिन पुलिस ने पीछा कर दबोच लिया। पुलिस ने उसके पास से एक पिस्टल, तीन कारतूस और एक खोखा कारतूस भी बरामद किया है। उसके खिलाफ हत्या का प्रयास सहित आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।
इंस्पेक्टर गीडा दिनेश दत्त मिश्रा बुधवार को अमटौरा जाने वाले रास्ते पर लॉकडाउन का पालन करा रहे थे। इस बीच मुखबिर से सूचना मिली कि माफिया सुधीर सिंह अपने साथियों के साथ किसी को धमकी देने गांव जा रहा है। इस सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी शुरू कर दी। तभी एक व्यक्ति आता हुआ दिखाई दिया, लेकिन पुलिस को देखते ही वह मुड़कर भागने लगा। पुलिस ने पीछा किया तो बदमाश ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने बदमाश का पीछा कर उसे दबोच लिया। पूछताछ में बदमाश की पहचान माफिया सुधीर सिंह पुत्र सुरेंद्र सिंह निवासी कालेसर गीडा के रुप में हुई।
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बता दें कि माफिया सुधीर सिंह बीते 21 मई को गीडा इलाके के कालेसर में अपने चाचा टप्पू सिंह की बेटी की शादी में आया था। जबकि वह जिला बदर अपराधी है। इस दौरान पुलिस टीम जब उसे पकड़ने पहुंची तो उसने पुलिस को हाईकोर्ट का अरेस्ट स्टे दिखाया था। पुलिस ने उसकी दो लग्जरी फॉर्च्यूनर गाड़ियां जब्त भी की थी। इसके बाद से ही पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी।
पंचायत चुनाव में जिला बदर माफिया सुधीर सिंह ने भी किसी माध्यम से पत्नी अंजू सिंह के नाम पर्चा भर दिया था। जिला प्रशासन ने उनके खिलाफ पर्चा निरस्त करने की कार्रवाई की थी। दरअसल, माफिया सुधीर सिंह पर दिसंबर 2020 में गुंडा एक्ट की कार्रवाई की गई थी। इसके बाद छह महीने के लिए उसे जिला बदर कर दिया गया।