उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अजीत सिंह और आजमगढ़ में विधायक सर्वेश सिंह हत्याकांड के प्रमुख आरोपी और प्रदेश का टॉप-टेन माफिया ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू सिंह को सुरक्षा कारणों से अचानक ही रविवार देर शाम आजमगढ़ जेल से कासगंज जेल को रवाना कर दिया गया था।
विशेष सुरक्षा दस्तों के बीच आजमगढ़ से कासगंज लाए गए कुंटू सिंह को सोमवार प्रातः 11 बजकर 3 मिनट पर कासगंज की पचलाना जेल में दाखिल कर दिया गया, जहां उसे हाई-सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है। चौंकाने वाली बात यह है कि एक जेल से दूसरी जेल ट्रांसफर के दौरान माफिया के परिजन इस भय से अपनी निजी गाड़ियों से पुलिस वाहनों के साथ साथ चलते रहे, ताकि रास्ते में कहीं उसका एनकाउंटर न हो जाए।
बता दें डी-11 गैंग के सरगना ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू सिंह पर 65 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिसमें 32 हत्या समेत अन्य आपराधिक मामले बताए जा रहे हैं। जबकि तमाम चौकसी के बावजूद भी आजमगढ़ जेल के अंदर से ही माफिया कुंटू सिंह के डी-11 गैंग का संचालन बदस्तूर जारी था।
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शासन प्रशासन को आशंका थी कि आजमगढ़ जेल में रहते कुख्यात माफिया कोई और भी साजिश रच सकता है। ऐसे में शिफ्ट करने की प्रक्रिया हुई। शासन से निर्देश मिलते ही कुंटू सिंह को कासगंज जेल लाया गया है।
माफिया ध्रुव सिंह उर्फ कुण्टू सिंह के आजमगढ़ से कासगंज में शिफ्ट होने के बाद पचलाना जेल अधीक्षक आदित्य कुमार ने बताया है कि उसे हाई-सिक्योरिटी बैरक में बेहद कड़ी चौकसी के बीच रखा गया है। साल 2013 में उसके खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट भी लगाया गया है। उसकी पत्नी वंदना सिंह अजमतगढ़ ब्लॉक प्रमुख है।