गाजीपुर पुलिस ने माफिया मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी (Umar Ansari) को गिरफ्तार कर लिया। इसकी पुष्टि एसपी गाजीपुर डॉ. इरज राजा ने की है। उन्होंने बताया कि उमर अंसारी पर अपनी फरार मां अफसा अंसारी के फर्जी हस्ताक्षर कर जब्त की गई 10 करोड़ रुपये की एक बेशकीमती जमीन को छुड़ाने की कोशिश करने का आरोप है। इस मामले में उसका वकील लियाकत अली फरार है, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है।
उमर अंसारी (Umar Ansari) को रविवार रात 3 अगस्त को करीब 10:30 बजे लखनऊ से हिरासत में लिया गया था। यह जानकारी उसके बड़े भाई अब्बास अंसारी ने सोशल मीडिया ‘X’ पर भी पोस्ट की है। फिलहाल, गाजीपुर पुलिस आगे की कार्यवाही कर रही है। आज पुलिस लाइन में मीडिया के कैमरे के सामने उमर दोनों हाथ जोड़े नजर आया।
बता दें कि उमर (Umar Ansari) को रात में गाजीपुर पुलिस लेकर आई और आज सोमवार 4 अगस्त को पुलिस लाइन में मीडिया के सामने पेश किया। उसे वज्र वाहन से पुलिस लाइन लाया गया, जहां एसपी गाजीपुर ने मीडिया के सामने थोड़ी देर के लिए हाजिर किया। एसपी ने बताया कि उमर अंसारी पर आरोप है कि उसने अपनी फरार चल रही मां अफसा अंसारी, जो 50 हजार रुपये की इनामी भी हैं, उनके फर्जी हस्ताक्षर कर जब्त संपत्ति को अवमुक्त कराने के लिए गाजीपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट में अपील की थी।
शक के आधार पर जब अफसा अंसारी के हस्ताक्षर पुराने दस्तावेजों से मिलाए गए, तो मामला फर्जी निकला। पुलिस द्वारा जारी प्रेस नोट के अनुसार, यह पूरा मामला 2021 में कोतवाली क्षेत्र की एक कीमती कमर्शियल प्रॉपर्टी से जुड़ा है, जिसे गैंगस्टर एक्ट की धारा 14(1) के तहत जिलाधिकारी के आदेश पर कुर्क किया गया था। मार्च 2025 में एमपी-एमएलए कोर्ट ने भी इस कार्रवाई को सही ठहराया था। इसके खिलाफ अपील में फरार अफसा अंसारी के फर्जी हस्ताक्षर किए गए थे, और ये सारे कागजात उमर अंसारी और लियाकत अली ने कोर्ट में दिए थे।
इस प्रॉपर्टी की बाजार कीमत करीब 10 करोड़ रुपये है। उमर अंसारी को हिरासत में लेकर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।