Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

तिरुपति मंदिर के शुद्धिकरण के लिए हुआ महा शांति होम, देवस्थानम का प्रायश्चित के लिए अनुष्ठान

Tirupati Devasthanam

Tirupati Devasthanam

अमरावती। तिरुपति बालाजी मंदिर (Tirupati Temple) के प्रसाद में जानवरों की चर्बी और मछ्ली के तेल की मिलावट का मामला पूरे देश में तूल पकड़ चुका है। चल रहे विवाद के बीच मंदिर की अपवित्रता को ठीक करने के लिए तिरुमाला में आज (सोमवार) को शांति होमम पंचगव्य प्रोक्षण यानी की होम का आयोजन किया जा रहा है। मंदिर के शुद्धिकरण के लिए हो रहे इस होम का आयोजन श्रीवारी (श्री वेंकटेश्वर) मंदिर में बंगारू बावी (स्वर्ण कुआं) यज्ञशाला (अनुष्ठान स्थल) में किया जा रहा है।

यह अनुष्ठान तिरुपति देवस्थानम ने प्रायश्चित के लिए शुरू किया गया था। अनुष्ठान का उद्देश्य गलती सुधारना और मंदिर की पवित्रता बनाए रखना है।

अनुष्ठान के लिए महाशांति यज्ञ का आयोजन किया गया था। तिरुपति मंदिर (Tirupati Temple) में शुद्धिकरण अनुष्ठान पंचगव्य यानी पांच पवित्र वस्तुओं से पूरी जगह का शुद्धिकरण किया गया। पंचगव्य में गाय का दूध, दही, घी, मूत्र और गोबर शामिल हैं। इसके बाद लड्डू पोटू यानी लड्डू बनाने वाली रसोई और अन्नप्रसादम पोटू यानी प्रसाद बनाने वाली रसोई में शुद्धिकरण किया गया।

8 पुजारी, 3 आगम सलाहकार

शुद्धिकरण के दौरान 11 खास लोग मौजूद रहे। पूरे तिरुमला मंदिर परिसर का पंचगव्य से शुद्धिकरण करने के लिए 8 पुजारी और 3 आगम सलाहकार शामिल रहे। इसके लिए अनुष्ठान का समय सुबह 6:00 बजे शुरू हुआ और 10 बजे तक था।

तिरुपति मंदिर के प्रसाद में फिश ऑयल मिलने की पुष्टि, CM चंद्रबाबू नायडू ने लगाए थे आरोप

इसके लिए भरपूर तैयारी की गई थीं। तिरुपति तिरुमला लड्डू विवाद के बाद यह कदम उठाया गया था।

क्या है मामला?

दरअसल हाल ही में तिरुपति मंदिर के प्रसाद बनाने में इस्तेमाल होने वाले घी में जानवर की चर्बी और मछली के तेल की मिलावट की बात सामने आई थी, जिसको लेकर महंत धीरेंद्र शास्त्री से लेकर कई लोगों ने इसके खिलाफ गुस्सा जाहिर कर कार्रवाई की मांग की थी। इस मामले को लेकर खुद आंध्र-प्रदेश के सीएम ने भी बयान जारी कर कहा था कि करोड़ों भक्तों की भावनाओं, परंपराओं और धार्मिक प्रथाओं के साथ खिलवाड़ नहीं किया जा सकता। दोषी कर्माचारियों को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया गया है और जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।

Exit mobile version