नई दिल्ली। महादेव गेमिंग ऐप (Mahadev Gaming App) का मालिक रवि उप्पल (Ravi Uppal) दुबई में हिरासत में लिया गया है। रवि उपप्ल के अलावा 2 अन्य आरोपियों को भी हिरासत में लिया गया है। रवि उप्पल के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी था। भारतीय जांच एजेंसियां दुबई सुरक्षा एजेंसी के संपर्क में हैं। रवि उप्पल महादेव ऐप के मुख्य आरोपियों में से एक है। उसे गिरफ्तार कर जल्द ही डिपोर्ट किया जाएगा।
आरोपी सौरभ चंद्राकर की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। वह महादेव ऐप का दूसरा प्रमोटर है। इन दोनों ने एक बयान में महादेव ऐप (Mahadev Gaming App) और सट्टेबाजी घोटाले में शामिल होने से इनकार किया है। उन्होंने इसकी जिम्मेदारी शुभम सोनी पर डाल दी। ईडी ने यूएई में भारतीय दूतावास से शुभम सोनी का बयान लिया है।
बता दें कि दुबई में बैठे प्रमोटर्स पर 60 से ज्यादा अवैध ऑनलाइन बेटिंग ऐप के जरिए घोटाले को अंजाम देने का आरोप है। ईडी ने दावा किया कि ये तकरीबन 6 हजार करोड़ का घोटाला है। इस मामले में ईडी ने 14 लोगों को आरोपी बनाया है, जिसमें सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल, विकास छाबडि़या, चंद्रभूषण वर्मा, सतीश चंद्राकर, अनिल दम्मानी, सुनिल दम्मानी, विशाल आहूजा, नीरज आहूजा, सृजन एसोसिएट के संचालक पूनाराम वर्मा और शिवकुमार वर्मा, यशोदा वर्मा, पवन नत्थानी है।
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मामले के आरोपी असीम दास के पिता की हाल में मौत हो गई थी। सुशील दास नाम के व्यक्ति का शव दुर्ग में एक कुंए में मिला था। सुशील दास एक प्राइवेट कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करते थे, लेकिन 4 दिसंबर से लापता थे। दरअसल ED ने 3 नवंबर को सुशील के बेटे असीम दास और कॉन्स्टेबल भीम सिंह यादव को गिरफ्तार किया था और जांच एजेंसी ने उसके पास से 5।39 करोड़ रुपये जब्त किए थे। बताया जा रहा है कि अपने बेटे के गिरफ्तार होने के बाद से काफी परेशान थे।
असीम दास मामले में मुख्य आरोपियों में से एक है। ED सूत्रों के मुताबिक असीम दास ने पूछताछ के दौरान स्वीकार किया था कि जब्त की गई रकम महादेव ऐप (Mahadev Gaming App) प्रमोटरों द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य मे चुनाव खर्चों के लिए एक राजनेता को देने की व्यवस्था की गई थी।