कई वर्षों तक महाकाल मंदिर की सेवा करने वाले पुजारी चंद्र मोहन का कोरोना संक्रमण के चलते निधन हो गया है।
उनके निधन की खबर आते ही उज्जैन के साथ-साथ महाकाल मंदिर परिसर में शोक की लहर दौड़ गई। कोविड गाइडलाइन के मुताबिक उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
वह मार्च में संक्रमित हुए थे। हालत बिगड़ने पर चंद्र मोहन पुजारी को इंदौर के अस्पताल में भर्ती किया गया था। शनिवार को चंद्र मोहन के शव को उज्जैन लाया गया। केंद्र सरकार की गाइड लाइन के मुताबिक शव परिवार को नहीं सौपा गया।
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शव का अंतिम संस्कार निगमकर्मियों और स्वास्थ्यकर्मियों ने चक्र तीर्थ पर किया। बता दें महाकाल मंदिर के करीब आधा दर्जन से अधिक कर्मचारियों के भी संक्रमित होने की खबर है।
11 दिवसीय महामृत्युंजय जाप
कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए महाकाल की पूजा-अर्चना शुरू कर दी गई है। यहां 11 दिवसीय महामृत्युंजय जाप चल रहा है। 76 पंडे पुजारी दो शिफ्ट में रोज महारुद्र महामृत्युंजय जाप कर रहे हैं। मंदिर समिति के सहायक प्रशासक प्रतीक द्विवेदी ने बताया कि अनुष्ठान की पूर्णाहुति 19 अप्रैल को होगी। मंदिर समिति द्वारा कोरोना वायरस के पूरी तरह खात्मे और जनकल्याण के लिए सवा लाख महामृत्युंजय जाप का अनुष्ठान किया गया है। इस दौरान मंदिर में उपस्थित सभी पंडितों द्वारा कोरोना गाइडलाइंस का पालन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अनुष्ठान के दौरान बैरिकेड से दर्शनार्थियों की दर्शन की व्यवस्था यथावत चलती रहेगी।