सोमवार को भगवान महाकाल की भाद्रप्रद मास की दूसरी एवंं श्रावण-भादौ मास की छठी सवारी निकली। जन्माष्टमी पर्व पर भगवान महाकाल ने चंद्रमौलेश्वर स्वरूप में श्रृंगार कर मोर पंख बांधा।
मंदिर परिसर स्थित साक्षी गोपाल मंदिर पर हरि-हर मिलन हुआ। महाकाल की ओर से श्री कृष्ण को जन्मोत्सव की बधाई दी गई। इसके बाद भगवान नगर भ्रमण पर निकल पड़े।
मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र सलामी के बाद पालकी में सवारी चंद्रमौलेश्वर ने भक्तों को लाइव दर्शन दिए। हाथी पर मन महेश सवार थे। भगवान की पालकी पुलिस बैण्ड की धुन पर बड़ा गणेश, हरसिद्धि मंदिर के समीप से होकर सिद्ध आश्रम होते हुए रामघाट पहुंची।
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यहां शिप्रा मैया और महाकाल का पूजन, अभिषेक हुआ। पश्चात सवारी हरसिद्धि की पाल होकर हरसिद्धि मंदिर आई। यहां पर मां हरसिद्धि की ओर से भगवान की आरती की गई। आतिशबाजी की गई।
मार्ग में रंगोली एवं रंग बिरंगी पताकाओं से सजावट की गई थी। हरसिद्धि मंदिर से सवारी परंपरागत मार्ग से होकर मंदिर पहुंची।