उत्तर प्रदेश के अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्यगोपाल दास के मंदिर छोटी छावनी में एक साधु ने गला रेतकर अपनी जान दे दी। छोटी छावनी के उत्तराधिकारी कमल नयन दास कहते हैं कि गुजरात में सरकार ने इसका मंदिर तोड़कर सड़क बना दी, तभी से यह विक्षिप्त-सा हो गया था। उसी कारण इसने इस तरह की घटना को अंजाम दे दिया।
जिस साधु की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई उनका नाम हरि भजन बताया गया। छोटी छावनी के उत्तराधिकारी कमल नयन दास की मानें, तो हरि भजन गुजरात के रहने वाले थे और सोमनाथ मंदिर के बगल में इनका मंदिर था। पर सड़क चौड़ी करने के लिए सरकार ने इनके मंदिर को गिरा दिया उसी समय से ये विक्षिप्त हो गए और अयोध्या चले आए। हरि भजन लंबे समय से यहां रह रहे थे।
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चश्मदीद दीपक ने कहा कि हमको मंदिर बुलाया गया था। जब हमलोग मंदिर पहुंचे तो देखा कि हरि भजन की हालत खराब है। हमलोग उन्हें श्रीराम अस्पताल ले आए। श्री राम अस्पताल से जिला अस्पताल ले जाने के लिए रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने हरि भजन को बचाने की कोशिश की मगर वे कामयाब नहीं हुए। चश्मदीद दीपक ने कहा कि हरि भजन थोड़ा डिस्टर्ब रहते थे। वह एक निजी कमरे में रहते थे। वहां क्या बात हुई या क्या नहीं – इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। लेकिन हमें यह पता है कि जब इनका कमरा खुलवाया गया तो उन्होंने उस हालत में भी रूम खोल दिया।
अयोध्या के क्षेत्राधिकारी राजेश राय ने कहा कि 13 मार्च को लगभग 9:00 बजे छोटी छावनी मंदिर की तरफ से पुलिस को सूचना दी गई कि हमारे यहां महंत जी रहते थे, वे दरवाजा नहीं खोल रहे हैं। क्षेत्राधिकारी राय का कहना है कि हरि भजन ने सब्जी काटने वाले चाकू से अपना गला रेत दिया और रेतने की बाद बगल में कृष्णा मेडिकल स्टोर पर जाकर बताया कि मैंने स्वयं अपने हाथ से गला रेता है।
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उनको यहां से जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया है। इस संबंध में कोतवाली अयोध्या पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छानबीन की है. इसकी गहनता से छानबीन की जा रही है।