अयोध्या। 5 अगस्त यानी कल वो खास दिन है जिसका इंतजार कितनी पीढ़ियां करते गुजर गईं। जी हाँ, कल की तारीख इतिहास के पन्नों पर लिखी जाएगी, क्योंकि कल राम मंदिर का भूमि पूजन होने वाला है।
इसी बीच यह जानकारी सामने आई है कि नेपाल के जानकी मंदिर के महंत राम तपेश्वर दास अब 5 अगस्त को राम मंदिर भूमि पूजन में शामिल नहीं हो पाएंगे। वीएचपी अधिकारियों के मुताबिक सोमवार शाम को उन्हें नेपाल-भारत बॉर्डर मेतिहानी पर रोक दिया गया। वीएचपी ने बताया कि शायद कोविड-19 को लेकर बॉर्डर पर सख्ती की वजह से उन्हें रोका गया है।
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हालांकि, आधिकारिक तौर पर अभी इसे लेकर कोई बयान नहीं दिया गया है। बुधवार को होने वाले भूमि पूजन के लिए महंत राम तपेश्वर दास को भी निमंत्रण भेजा गया था। राम मंदिर तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सोमवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी जानकारी दी और तब कहा था कि नेपाल के संत भी आयोजन में शामिल होंगे।
जनकपुर का बिहार, यूपी, अयोध्या से रिश्ता है। सोमवार को जब भूमि पूजन कार्यक्रम की शुरूआत गणेश पूजा से की गई तो भगवान राम और सीता माता की कुलदेवी की भी पूजा भी की गई।
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वहीं अयोध्या में रंग महल में भी आयोजन की तैयारी चल रही है। जब सीता माता शादी के बाद अयोध्या आई थीं तो माता कौशल्या ने उन्हें मुंह दिखाई में रंग महल उपहार में दिया था। रंग महल के पीठाधीश्वर महंत रामशरण दास ने कहा कि हम रंग महल को दियों से सजा रहे हैं और छप्पन भोग तैयार कर रहे हैं, जिससे भगवान को भोग लगाया जाएगा।