राष्ट्रीय डेस्क. कोरोना वायरस के मद्देनजर महाराष्ट्र में सभी धार्मिक स्थल आम जनता की हिफाजत के लिए बंद थे. लेकिन आज दिवाली के दिन महाराष्ट्र सरकार ने एक बड़ा ऐलान किया है. महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने सोमवार से राज्य के सभी धार्मिक स्थलों को खोलने का फैसला किया है. यानि 16 नवम्बर से महाराष्ट्र में सभी धार्मिक स्थल आम जनता के लिए खोल दिए जाएंगे. लेकिन साथ ही सरकार ने कोरोना की गाइडलाइंस का सख्ती से पालन करने को कहा है.
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इसके अलावा सरकार ने यह भी कहा है कि वह राज्य में स्कूलों को खोलने पर विचार कर रही है। सीएम उद्धव ने कहा, “हम सभी एहतियाती कदम उठाते हुए दिवाली बाद स्कूल फिर से खोलेन पर विचार कर रहे हैं। धार्मिक स्थलों को भी खोलने की मंजूरी दी जाएगी। सोमवार से सभी धर्मस्थल खोले जा रहे हैं।” प्रदूषण और कोरोना के संबंध पर बोलते हुए उद्धव ने कहा, “प्रदूषण से कोरोना का असर बढ़ सकता हे। मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे पटाखे और अतिशबाजी चलाने की जगह मिट्टी के दीये जलाएं। दिवाली के बाद 15 दिन अहम होंगे, हमें सावधान रहना होगा ताकि फिर से लॉकडाउन लगाने की नौबत न आए।”
इससे पहले शनिवार को वेबिनार बैठक में मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा था कि वैश्विक स्थिति को देखते हुए कोरोना की एक और लहर की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। दिवाली के बाद अगले कुछ दिन तक और सतर्क रहने की आवश्यकता है। जिन स्कूलों में आइसोलेशन केंद्र स्थापित किए गए थे, उन्हें बंद नहीं किया जा सकता है। स्थानीय प्रशासन को यह तय करना चाहिए कि क्या ऐसी जगहों के स्कूलों को वैकल्पिक स्थानों पर शुरू किया जा सकता है। स्कूलों की स्वच्छता, शिक्षकों के कोरोना निरीक्षण जैसे सभी बातों का ध्यान रखना आवश्यक है।