मुंबई। संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को ईडी ने समन भेजकर 29 दिसंबर को तलब किया है। इसे लेकर सियासी घमासान शुरू हो गया है। शिवसेना नेता ने कहा, ‘पिछले एक साल में शरद पवार, एकनाथ खड़से और प्रताप सरनाइक को नोटिस मिला और अब आप सभी मेरे नाम पर चर्चा कर रहे हैं। इन सभी लोगों ने महाराष्ट्र में सरकार गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ये कागज के टुकड़े हैं और कुछ नहीं। घर की महिलाओं को निशाना बनाना कायरता का काम है। हम किसी से नहीं डरते हैं और इसी तरह से प्रतिक्रिया देंगे। ईडी को कुछ कागजात की जरूरत थी और हमने उन्हें समय पर जमा करवा दिया है।’
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राउत ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ईडी केंद्र के दबाव में है। हमने कुछ भी गलत नहीं किया है। हम इन चीजों से डरने वाले नहीं हैं। ईडी के समन पर राउत ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, ‘हम कानून का पालन करने वाले हैं। बता दें कि ईडी ने संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को पीएमसी बैंक धनशोधन मामले में पूछताछ के लिए 29 दिसंबर को तलब किया है। उन्हें मुंबई में केंद्रीय एजेंसी के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया है। यह उनको पेश होने के लिए जारी तीसरा समन है, इससे पहले वह दो बार स्वास्थ्य आधार पर एजेंसी के समक्ष पेश नहीं हुई हैं।
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ईडी पर केंद्र सरकार का दबाव है। हम इन चीजों से डरने वाले नहीं हैं। शिवसेना की तरफ से भी ऐसा ही जवाब मिलेगा। हमारे लिए ईडी जरूरी नहीं है। हमने कुछ भी गलत नहीं किया है। परिवार को निशाना बनाएंगे तो वैसा ही जवाब देंगे। भाजपा को पीएमसी और एचडीआईएल की जानकारी हमने दी थी। ईडी भाजपा का कार्यालय बन गया है। भाजपा के कई नेता वहां आते-जाते रहते हैं। कानून से बढ़कर कुछ नहीं है, न मैं और ना आप। किसी भी कीमत पर हम ये सरकार चलाएंगे। मुझे धमकाने की कोशिश की गई लेकिन मैं उनका बाप हूं।’