हिंदू धर्म में देवों के देव महादेव की हर आराधना विशेष रूप से की जाती है। पौराणिक मान्यता है कि महाशिवरात्रि (Mahashivratri) पर यदि भगवान शिव की पूजा विधि-विधान के साथ की जाती है तो भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल महाशिवरात्रि (Mahashivratri) पर्व इस साल 8 मार्च 2024 को मनाया जाएगा। पंडित चंद्रशेखर मलतारे के मुताबिक, महाशिवरात्रि फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी तिथि को होती है। यही कारण है कि महाशिवरात्रि (Mahashivratri) पर्व को फाल्गुन मासिक शिवरात्रि भी कहा जाता है।
महाशिवरात्रि (Mahashivratri) पर पूजा का शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 8 मार्च रात 9:57 बजे से होगी और इस तिथि का समापन 9 मार्च शाम 06:17 बजे होगा। इस दिन पूजा मुहूर्त देर रात में 12:07 बजे से 12:56 बजे तक रहेगा। ब्रह्म मुहूर्त सुबह 5:01 से प्रारंभ होगा और सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 6:38 बजे से सुबह 10:41 बजे तक रहेगा।
महाशिवरात्रि (Mahashivratri) पर बनेंगे 4 शुभ संयोग
पंडित चंद्रशेखर मलतारे के मुताबिक, इस बार महाशिवरात्रि (Mahashivratri) पर 4 शुभ संयोग बनने वाले हैं। महाशिवरात्रि पर्व पर श्रवण नक्षत्र और शिव योग बनेगा। इस दौरान सर्वार्थ सिद्धि योग और सिद्धि योग भी बनेगा। ज्योतिष के अनुसार, सर्वार्थ सिद्धि योग में जो भी काम किया जाता है, उसमें सफलता मिलती है। ज्योतिष में यह भी माना जाता है कि यदि सर्वार्थ सिद्धि योग शुक्रवार या गुरुवार को बनता है तो उसका प्रभाव कभी खत्म नहीं होता है। सर्वार्थ सिद्धि योग में महाशिवरात्रि की पूजा आपके मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए अच्छा है।
शिव योग के दौरान करें शिव साधना
शिव योग के दौरान शिव साधना और शिव मंत्र का जाप करते हैं तो शुभ फल की प्राप्ति होती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, महाशिवरात्रि (Mahashivratri) की निशिता पूजा मुहूर्त के समय सिद्ध योग होगा और व्रत के पारण के समय भी सिद्ध योग निर्मित होगा, जो जीवन में शुभ परिणाम लेकर आएगा।