अयोध्या। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए कई संगठनों ने मंदिर के निर्माण के लिए बड़ी रकम दान करने का प्रस्ताव दिया था। बता दें कि इससे पहले बिहार की राजधानी पटना स्थित महावीर मंदिर ट्रस्ट ने फरवरी में कहा था कि वह मंदिर के निर्माण के लिए 10 करोड़ रुपये का दान देगा।
मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास करने वाले हैं। भूमि पूजन के दौरान कई राज्यों के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्रिमंडल के मंत्री और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के साथ-साथ अन्य लोगों के भी भाग लेने की संभावना है।
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मंदिर निर्माण कार्यशाला के पर्यवेक्षक ने बताया कि राम मंदिर पत्थरों से बनाया जाएगा। इसमें लोहे और स्टील का उपयोग नहीं किया जाएगा। मंदिर के निर्माण कार्यशाला के पर्यवेक्षक अनु भाई सोमपुरा ने रविवार को कहा कि मैं यहां 30 साल से काम कर रहा हूं। यहां पर पत्थर लगे हैं, अन्य पत्थर राजस्थान से आएंगे। सादे पत्थर आएंगे और कटिंग यहां की जाएगी। हमारे पास दो मशीनें हैं, जो पत्थर काटती हैं। उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण में लोहे का उपयोग नहीं किया जाएगा। लकड़ी, तांबा और सफेद सीमेंट से मंदिर निर्माण होगा।
हनुमान गढ़ी मंदिर के महंत राजू दास ने कहा कि ट्रस्ट ने फैसला किया है लंबे समय तक टिकाऊ बनाने के लिए मंदिर का निर्माण पत्थरों से किया जाएगा। हनुमान गढ़ी मंदिर भी पत्थर से बना है। जो सोने, चांदी और तांबे लोग देंगे उसे मंदिर की नीव में डाल दिया जाएगा।