उत्तर प्रदेश के महोबा में करबई कस्बे के क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी की हत्या मामले में तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रही विजिलेंस के रडार पर एक डीसीपी समेत करीब आधा दर्जन पुलिसकर्मी भी आ गए हैं।
तीन-चार पुलिसकर्मियों से विजिलेंस पूछताछ कर रही है। वहीं कई कारोबारी और अन्य से पूछताछ में विजिलेंस ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ अहम साक्ष्य जुटाए हैं। जांच में कई और बड़े खुलासे हो सकते हैं. क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी ने 7 सितंबर वीडियो वायरल कर तत्काल एसपी मणिलाल पाटीदार पर उगाही का आरोप लगाया था।
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उसके बाद इंद्रकांत त्रिपाठी को 8 सितंबर को गोली मार दी गई थी। कारोबारी की 6 दिन बाद कानपुर में मौत हो गई थी। मामले की जांच विजिलेंस को सौंपी गई है। इस मामले में निलंबित एसपी मणिलाल पाटीदार मुख्य अभियुक्त है, जो फरार है. अभी तक पुलिस उनको गिरफ्तार करना तो दूर, उनसे पूछताछ तक नहीं कर सकी है।
दूसरी तरफ बीते शुक्रवार की देर रात प्रयागराज जोन के एडीजी प्रेम प्रकाश ने एसटीएफ टीम की मौजूदगी में व्यापारी इन्द्रकांत हत्याकांड में हत्या से इनकार करते हुई आत्महत्या साबित करने की कोशिश की। इस खुलासे से मृतक का परिवार संतुष्ट नहीं है। मृतक के भतीजे शरद त्रिपाठी ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा किया।
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शरद त्रिपाठी का कहना है कि हमें स्थानीय पुलिस की जांच पर भरोसा नहीं है। आरोपी पुलिस अधीक्षक सहित अन्य गिरफ्त में नही आएंगे तब तक न्याय नहीं मिलेगा। शरद ने कहा कि हमारे परिजनों की तरह पूर्व एसपी के परिजनों से भी पूछताछ हो। अभी भी हमारा परिवार खुद को असुरक्षित महसूस कर रहा है।