उत्तर प्रदेश का वॉन्टेड अपराधी और निलंबित आईपीएस मणिलाल पाटीदार अभी तक फरार है। महोबा के भगोड़े तत्कालीन एसपी पर सरकार ने 50 हजार रुपये का इनाम रखा था। जिसे अब बढ़ाकर एक लाख रुपये किए जाने की कवायद शुरू कर दी गई है।
महोबा जिले के वर्तमान पुलिस अधीक्षक अरुण श्रीवास्तव ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि फरार आईपीएस मणिलाल पाटीदार पर इनाम राशि बढ़ाकर एक लाख रुपये की जाएगी। इसकी लिए आगे की विभागीय प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
जानकारी के मुताबिक देश के इतिहास में पहली बार किसी आईपीएस अफसर पर एक लाख रुपये का इनाम होगा। आज से पहले किसी मामले में आरोपी रहे निलंबित आईपीएस अधिकारी के फरार होने के बाद इतना बड़ा इनाम नहीं रखा गया।
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बताते चलें कि महोबा के कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी को पिछले साल 8 सितंबर को गोली मार दी गई थी। इसके बाद गंभीर हालत में उन्हें महोबा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से इंद्रकांत त्रिपाठी को कानपुर रेफर कर दिया गया था। कानपुर में इलाज के दौरान 13 सितंबर 2020 को इंद्रकांत त्रिपाठी की मौत हो गई थी। इंद्रकांत त्रिपाठी की मौत के बाद खूब हंगामा हुआ था।
इस मामले में मृतक परिजनों ने महोबा के तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार पर संगीन इल्जाम लगाए थे। इससे पहले जब 8 सितंबर को इंद्रकांत त्रिपाठी के साथ फायरिंग की घटना हुई थी तो उनके भाई रविकांत त्रिपाठी ने 11 सितंबर 2020 की शाम थाना कबरई में एफआईआर लिखवाई थी। उस एफआईआर में तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए गए थे।
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शिकायत में लिखा गया था कि चंद्रकांत त्रिपाठी क्रेशर चलाते हैं और जून, 2020 से एसपी मणिलाल पाटीदार उनसे हर महीने 6 लाख रुपये की रिश्वत मांग रहे हैं, लेकिन त्रिपाठी ने रिश्वत देने से इनकार कर दिया था। इसके बाद से ही एसपी मणिलाल ने अपने सहयोगी पुलिस कर्मियों के साथ मिलकर चंद्रकांत त्रिपाठी को देख लेने की धमकियां देनी शुरू कर दी थीं।