कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस (TMC) से पूर्व सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) ने सरकारी बंगला खाली कर दिया है। महुआ के बंगला खाली करने के बाद उनके वकील ने चाबियां सरकारी अधिकारियों के हवाले कर दी हैं। इससे पहले डायरेक्टोरेट ऑफ एस्टेट (Directorate of Estates) ने बंगला खाली करवाने के लिए अपनी एक टीम महुआ मोइत्रा के सरकारी बंगले पर भेजी थी।
महुआ (Mahua Moitra) के बंगला खाली करने से पहले एक अधिकारी ने कहा था कि संपदा निदेशालय ने पूर्व टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा को सरकारी आवास से बाहर निकालने के लिए अधिकारियों की एक टीम भेजी है। बता दें कि सप्ताह की शुरुआत में DOE ने महुआ (Mahua Moitra) को निष्कासन नोटिस जारी किया था। उन्हें पिछले महीने हीलोकसभा से निष्कासित किया गया है।
एक सरकारी अधिकारी ने एजेंसी को बताया कि टीएमसी नेता को एक सांसद के रूप में आवंटित सरकारी बंगले से बेदखल करने के लिए एक टीम भेजी गई। इससे पहले महुआ गुरुवार को दिल्ली हाई कोर्ट पहुंची थीं, लेकिन उन्हें उच्च न्यायालय से कोई राहत नहीं मिली। अदालत ने डायरेक्टोरेट ऑफ एस्टेट के नोटिस पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। कोर्ट ने महुआ (Mahua Moitra) को बंगला खाली करने के लिए भी कहा था।
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अदालत में गुरुवार की सुनवाई के दौरान न्यायमूर्ति गिरीश कथपालिया ने कहा था कि अदालत के समक्ष कोई विशेष नियम नहीं लाया गया है, जो सांसदों के हटने के बाद उन्हें सरकारी आवास से बेदखल करने से संबंधित हो।
पिछले महीने ही किया गया था निष्कासित
बता दें कि दिसंबर 2023 में महुआ (Mahua Moitra) को संसद की सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया था। इसके बाद उन्हें सरकारी बंगला तुरंत खाली करने को कहा गया था। इस संबंध में संपदा निदेशालय ने उन्हें आदेश जारी किया था। संपदा निदेशालय ने महुआ को 9B टेलीग्राफ लेन का टाइप 5 बंगला तुरंत खाली करने का बेदखली नोटिस जारी किया था। नोटिस में कहा गया था कि अगर महुआ मोइत्रा ने बंगला खाली नहीं किया तो बलपूर्वक खाली कराया जाएगा।