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शरद पूर्णिमा के दिन जरूर बनाएं खीर, जानें इसका महत्व

Kheer- Sharad Purnima

Kheer- Sharad Purnima

हिंदू धर्म में जितनी भी तिथियां हैं उसमें से पूर्णिमा तिथि को सबसे शुभ माना गया है और हिंदू पंचांग में इसका बहुत महत्व है। पूर्णिमा के दिन को कोई भी नया काम शुरू करने के लिए सबसे शुभ माना जाता है। और इन सभी पूर्णिमा में शरद पुर्णिमा (Sharad Purnima) को सबसे खास माना जाता है। शरद पूर्णिमा सीधे तौर पर श्री कृष्ण की रासलीला से जुड़ी है। ऐसा माना जाता है कि शरद पुर्णिमा के दिन ही भगवान कृष्ण ने गोपियों के साथ महारास रचाया था। कहा जाता है कि कृष्ण में 16 कलाएं थीं। और शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima) के दिन ही चांद अपनी 16 कलाओं में मौजूद रहता है। इसलिए इस दिन की बहुत महत्ता है। आइये जानते हैं कि साल 2024 में शरद पुर्णिमा किस दिन पड़ रही है और इस दिन के विधि-विधान क्या है।

शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima) की तिथि

2024 की बात करें तो शरद पूर्णिमा की शुरुआत 16 अक्टूबर की रात 07 बजकर 56 मिनट पर हो जाएगी। और इसका समापन अगले दिन 17 अक्टूबर की शाम को 04 बजकर 37 मिनट पर होगा। इस दिन रात में चंद्रमा की पूजा की जाती है और प्रसाद में खीर खाई जाती है। चूंकि ये एक शुभ घड़ी है ऐसे में पूरे विधि-विधान से इस पूजा को करने का शुभ परिणाम लोगों को मिलता है और जीवन की परेशानियां दूर हो जाती हैं।

शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima) पर पूजा का शुभ मुहूर्त

शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima) के दिन चंद्रमा की पूजा की जाती है। इस बार पूजा का सही समय शाम को 05 बजकर 05 मिनट पर शुरू हो जाएगा। ये चंद्रोदय का समय है। इस दौरान नहा-धोकर चंद्र देव की पूजा करनी चाहिए। कहा जाता है कि चंद्र देव पूर्णिमा वाले दिन अपनी 16 क्रियाओं में होते हैं और अपनी किरणों से सारा संसार जगमगा देते हैं। इस दिन रात को चंद्र की किरणों पर खीर (Kheer) चढ़ाते हैं और फिर खुले आसमान में ही उसे धारण भी करते हैं। ऐसा करना बेहद शुभ माना जाता है।

शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima) पर क्यों खाते हैं खीर (Kheer)

शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima) के दिन खीर (Kheer) खाना बहुत शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि इस दिन किसी भी नए कार्य की शुरुआत करना बहुत लाभदायक सिद्ध होता है।

कहा जाता है कि पूर्णिमा की रात को चांद पूरी 16 कलाओं से युक्त होता है। ऐसे में चांद की किरणों से अमृत वर्षा होती है। इसके औषधीय गुणों की वजह से ही इस दिन खुले आसमान में खीर (Kheer) खाई जाती है। इससे इंसान की सेहत बढ़िया होती है और उसे सभी बीमारियों से छुटकारा मिल जाता है।

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