कोलकाता। यूपी के हाथरस जिले में हुए गैंगरेप को लेकर दिल्ली से लेकर कोलकाता तक सियासत गर्म है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को कोलकाता में इस घटना के विरोध प्रदर्शन की अगुआई की। इस दौरान उन्होंने बीजेपी सरकार को जमकर कोसा। उन्होंने हाथरस जाने और पीड़िता के परिवार से मिलने की भी इच्छा जाहिर की है। ममता ने कहा कि अल्पसंख्यकों और दलितों के खिलाफ हो रहे हमले पूरी तरह अस्वीकार्य हैं। उन्होंने केंद्र सरकार पर तनाशाही चलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि भगवा पार्टी एक ‘महामारी’ है, जो दलितों पर सबसे ज्यादा जुल्म कर रही है।
विरोध प्रदर्शन की अगुआई करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि वह दलितों का अंत तक साथ देंगी, क्योंकि उनकी जाति मानवता है। उन्होंने कहा कि वह धर्म-जाति के आधार पर भेदभाव में विश्वास नहीं करती हैं। कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से मार्च में लागू लॉकडाउन के बाद पहली बार ममता किसी मार्च में शामिल हुईं। बिरला प्लैनिटोरियम से मायो रोड पर गांधी प्रतिमा तक 2 किलोमीटर पैदल चलीं।
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रैली को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि कोविड-19 एक बड़ी महामारी नहीं है, बीजेपी सबसे बड़ी महामारी है। यह सबसे बड़ी महामारी है जो दलितों और पिछड़े वर्ग के लोगों पर अत्याचार करती है। हमें इस अत्याचार के खिलाफ खड़ा होना चाहिए। जिस तरह का अत्याचार हो रहा है वह पूरी तरह अस्वीकार्य है।
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उन्होंने कहा कि देशभर में तानाशाही चल रही है। लोगों के लिए सरकार चलाने की बजाय, यह जनता, दलितों और किसानों के खिलाफ सरकार चला रही है। कोरोना महामारी के खिलाफ केंद्र सरकार को असफल बताते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि ऐसा लगता है कि कोरोना का सांप्रदायिक प्रसार शुरू हो चुका है, क्योंकि जो लोग घर से बाहर नहीं निकलते हैं वे भी संक्रमित हो रहे हैं।