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ममता बनर्जी बोलीं- दिल्ली में ही सब कुछ क्यूं, देश की चार राजधानी हो

ममता बनर्जी Mamta Banerjee

ममता बनर्जी Mamta Banerjee

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के अवसर पर कोलकाता के श्याम बाजार से रेड रोड तक मार्च की शुरुआत शंख बजाकर की। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की जनसभा में काफी भीड़ उमड़ पड़ी है। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) कार्यकर्ताओं समेत अन्य लोगों ने श्याम बाजार में शंखनाद की ध्वनि के साथ रोड शो की शुरुआत की। नेताजी का जन्म दिन में करीब 12 बजे के आस-पास हुआ था। इसी वजह से टीएमसी ने अपने कार्यक्रम की शुरुआत इसी समय पर की है।

नेताजी के जन्मदिन पर पषश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आठ किलोमीटर लंबी पदयात्रा कर रही हैं। उन्होंने श्याम बाजार में नेताजी की मूर्ति से अपनी पदयात्रा की शुरुआत की। उनकी पदयात्रा रेड रोड पर खत्म होगी। उन्होंने कहा कि आजादी से पहले एक योजना आयोग और भारतीय राष्ट्रीय सेना की अवधारणा नेताजी की दूरदर्शिता थी। वे मूर्तिपूजा का दावा करते हैं लेकिन योजना आयोग को भंग कर देते हैं। हम इसे उनकी 125वीं जयंती के कारण एक भव्य अवसर के रूप में मना रहे हैं। ममता बनर्जी का आठ किलोमीटर लंबा पैदल मार्च खत्म हो गया है। अब वे जनसभा को संबोधित कर रही हैं।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि मेरा मानना है कि भारत में 4 रोटेटिंग राजधानियां होनी चाहिए। अंग्रेजों ने पूरे देश पर कोलकाता से शासन किया था। हमारे देश में केवल एक ही राजधानी क्यूं होनी चाहिए। हम आज देशनायक दिवस मना रहे हैं। रवींद्रनाथ टैगोर ने नेताजी को देशनायक कहा था। क्या है ये पराक्रम?

ममता बनर्जी ने कहा कि हम आजाद हिंद स्मारक का निर्माण करेंगे। हम बताएंगे कि यह कैसे किया जाता है? उन्होंने मूर्तियों के निर्माण और एक नए संसद परिसर में हजारों करोड़ रुपये खर्च किए हैं।

ममता बनर्जी ने कहा कि जब नेताजी ने भारतीय राष्ट्रीय सेना का गठन किया, तो इसमें उन्होंने गुजरात, बंगाल, तमिलनाडु के लोगों सहित सभी को लिया। वह अंग्रेजों की फूट डालो और राज करो नीति के खिलाफ खड़े थे।

‘नेताजी एक सच्चे नायक’ जो एकता में रखते थे विश्वास : ममता बनर्जी
पदयात्रा के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा, नेताजी सिर्फ इतिहास नहीं हैं। एक आवेग और संस्कृति हैं। नेताजी के जन्मदिन पर राष्ट्रीय छुट्टी घोषित होनी चाहिए। नेताजी की पहचान सबसे परे है। नेताजी को सही मायने में जानने की जरूरत है। भारत की चार राजधानी होनी चाहिए। सबकुछ दिल्ली के पास ही क्यों होना चाहिए। नई पीढ़ी को नेताजी के बारे में पढ़ना चाहिए। नेताजी की मौत का रहस्य उजागर होना चाहिए। चुनाव में सरकार को बंगाल की याद आ रही है। देश के प्रति नजरिया बदलना होगा।

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