कोलकाता। पश्चिम बंगाल में शिक्षक नियुक्त भ्रष्टाचार को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की धड़ाधड़ छापेमारी और 60 करोड़ से अधिक की संपत्ति बरामदगी के बाद अब केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) भी सक्रिय हो गई है।
पश्चिम बंगाल में पिछले साल संपन्न हुए विधानसभा चुनाव के बाद हुई हिंसा मामलों की जांच कर रही सीबीआई (CBI) अधिकारियों की टीम ने गुरुवार तड़के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के चुनावी एजेंट अबू ताहिर के घर छापा मारा। ताहिर का घर पूर्व मेदिनीपुर के नंदीग्राम में है। यहां से ममता बनर्जी ने चुनाव लड़ा था और भाजपा नेता व अपने ही कैबिनेट के पूर्व सहयोगी शुभेंदु अधिकारी से हार गई थीं।
आरोप है कि चुनाव परिणाम के बाद स्थानीय चिल्ल गांव के भाजपा कार्यकर्ता देवव्रत माइती को पीट-पीट कर मौत के घाट उतार दिया गया थाए जिसमें अबू ताहिर की संलिप्तता थी। इस मामले में पूछताछ के लिए तीन बार सीबीआई ने अबू ताहिर को तलब किया लेकिन वह नहीं आए और कारण भी नहीं बताया। इसीलिए उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की गई।
गुरुवार तड़के सीबीआई की टीम केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के जवानों को लेकर ताहिर के घर पहुंचकर मकान की घेराबंदी कर ली। किसी का भी प्रवेश और निकासी बंद कर दिया गया। यहां तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। हालांकि अबू ताहिर घर पर है या नहीं, इस बारे में फिलहाल जानकारी नहीं मिली है।
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भाजपा कार्यकर्ता की हत्या के मामले में ताहिर सहित तृणमूल कांग्रेस के तीन नेताओं के नाम हैं। सीबीआई के एक सूत्र ने बताया है कि गत सोमवार को हल्दिया महकमा न्यायालय ने सीबीआई के आवेदन को स्वीकार करते हुए अबू ताहिर सहित उक्त तीनों नेताओं की गिरफ्तारी का वारंट जारी किया है इसलिए छापेमारी की गई है।