• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

भ्रष्टाचार को ममता का समर्थन

Writer D by Writer D
19/05/2021
in Main Slider, ख़ास खबर, पश्चिम बंगाल, राजनीति, राष्ट्रीय, विचार
0
Mamta Banerjee

Mamta Banerjee

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

रिश्वतखोरी के आरोप में पश्चिम बंगाल के दो मंत्रियों समेत 4 तृणमूल नेताओं की गिरफ्तारी के बाद राजनीति गरमा गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने समर्थकों के साथ सीबीआई दफ्तर पर धरना देकर न केवल अपनी आक्रामकता जाहिर की है बल्कि इस पूरे प्रकरण को सियासी ठहराने की कोशिश भी की है। इस बीच तृणमूल कार्यकर्ताओं ने जिस तरह  केंद्रीय सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी की,उसे किसी भी लिहाज से उचित नहीं ठहराया जा सकता। ममता के इस व्यवहार में भ्रष्टाचार के समर्थन, केंद्र सरकार,राज्यपाल और सीबीआई के प्रति सीधी बगावत की गंध भी आ रही है। बंगाल में भाजपा की जमती जड़ें भी उनकी इस बौखलाहट की वजह हो सकती हैं।

नारद स्टिंग ऑपरेशन में फंसे तृण मूल कार्यकर्ताओं को बचाने का काम तो ममता बनर्जी पहले से ही करती आ रही हैं। यह ऑपरेशन पहले दिन से ही उनके लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। यह एक ऐसी फ़ांस है जो उनके गले में फंस गई है। वे  तृण मूल सरकार के मंत्री फिरहाद हाकिम, सुब्रत मुखर्जी, टीएमसी विधायक मदन मित्रा और पूर्व नेता शोभन चटर्जी को फौरन रिहा करने के लिए धरने पर बैठ गईं। उनका कहना था कि या तो इन्हें रिहा करो या मुझे गिरफ्तार करो। उनका आरोप था कि इस मामले में आरोपी तो शुभेन्दु अधिकारी और मुकुल रॉय भी है जो भाजपा में चले गए हैं। उन्हें क्यों गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है? केवल टीएमसी के नेताओं को ही टारगेट क्यों किया जा रहा है। ममता बनर्जी के इस सवाल में दम है लेकिन जांच एजेंसी की अपनी रणनीति होती है कि वह किसे पहले पकड़े और किसे बाद में। उसने यह तो नहीं कहा है कि वह किसे क्लीन चिट देने जा रही है लेकिन उन्हें इतना तो समझना ही चाहिए कि गिरफ्तार अपराधी को किया जाता है,निर्दोष को नहीं।  फिर इस तरह की मांग सरकारी काम काज में बाधा नहीं तो और क्या है? मुख्यमंत्री पद पर बैठी महिला से इस तरह के उद्धत व्यवहार की यह देश अपेक्षा नहीं करता।

योगी आदित्यनाथ सरकार से न कुछ हो पाया है और न हो पायेगा : लल्लू

नारद स्टिंग मामले में ममता बनर्जी आरम्भ से ही दीवार बनकर खड़ी हैं। सीबीआई कोर्ट से तो तृणमूल नेताओं को जमानत भी मिल गई थी। हाईकोर्ट अगर रोक न लगाती तो ममता एक तरह से उन्हें छुड़ाने में सफल हो ही गई थीं। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने एक बार फिर ममता बनर्जी को संविधान के अनुरूप काम करने की सलाह दी है और सीबीआई दफ्तर पर पत्थरबाजी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। चार टीएमसी नेताओं की गिरफ्तारी को पश्चिम बंगाल के विधानसभा अध्यक्ष ने अवैधानिक ठहराया है। उनका कहना है कि सीबीआई को गिरफ्तारी आदेश के लिए राज्यपाल के पास जाने से पहले उनसे अनुमति लेनी चाहिए थी। सीबीआई को इतना तो पता ही है कि उनके काम में किससे मदद मिल सकती है और कौन उनके काम में बाधक बन सकता है। खैर, नारद स्टिंग मामले में सीबीआई को पहली सफलता मिल गई है। पुलिस आयुक्त राजीव कुमार मामले में भी ममता बनर्जी ने हाई बोल्टेज ड्रामा किया था। वे न केवल राजीव कुमार के घर पहुंच गई थी बल्कि सीबीआई अधिकारियों को ही पुलिस ने अपनी गिरफ्त में ले लिया था। ममता दरअसल शुरू से ही नहीं चाहतीं कि यह मामला सीबीआई के पास जाए।

चक्रवती तूफान ताउते से हुए नुकसान का जायजा लेने आज गुजरात जाएंगे पीएम मोदी

विकथ्य है कि वर्ष 2016 में 52 घंटे के स्टिंग ऑपरेशन का वीडियो जारी हुआ था जिसमें सात तृणमूल सांसदों, तीन मंत्रियों और कोलकाता नगर निगम की महापौर को काम के बदले रिश्वत की मोटी राशि लेते हुए दिखाया गया था। यह स्टिंग नारद न्यूज़ के सीईओ मैथ्यू सैमुअल और उनके सहयोगी एंजेल अब्राहम ने किया था। ममता सरकार ने तो सैमुअल के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज करा दिया था। वह तो उन्हें हाईकोर्ट से राहत मिल गई थी वर्ना आज वे सलाखों के पीछे होते और 80 लाख की रिश्वत लेने वाले तृणमूल नेताओं का बाल बांका भी न हो पाता। सीबीआई के निजाम पैलेस स्थित कार्यालय पर ममता बनर्जी के विरोध प्रदर्शन को किसी भी लिहाज से उचित नहीं ठहराया जा सकता। उनके समर्थकों ने न केवल हाई कोर्ट के आदेश में धकेल डालने का काम किया है,सुरक्षाबलों पर पथराव किया बल्कि हुगली, उत्तर 24 परगना और दक्षिण24 परगना जिलों समेत अन्य जिलों में भी तोड़फोड़ की, सड़क अवरुद्ध की। टायर जलाए। इसकी जितनी भी निंदा की जाए, कम है। ममता बनर्जी जिस तरह राज्य में मनमानियां कर रही हैं, वह किसी भी लिहाज से संवैधानिक मूल्यों और परंपराओं के अनुरूप नहीं है। बंगाल में प्रचंड बहुमत से तीसरी बार सत्ता में आईं ममता बनर्जी भ्रष्टाचारियों का आक्रामक बचाव कर आखिर क्या प्रदर्शित करना चाहती हैं? राज्य में कानून व्यवस्था वैसे ही बदतर है और जब मुख्यमंत्री खुद कानून व्यवस्था को हाथ में लेने लगेंगी तो फिर किससे क़ानून व्यवस्था को नियंत्रित करने की उम्मीद की जाएगी।

बेहतर तो यह होता कि ममता राज्य के व्यापक हितों का विचार करतीं और पश्चिम बंगाल को सुनहरा भविष्य देने का प्रयास करतीं। केंद्र से वैचारिक और राजनीतिक विरोध अपनी जगह है और बंगाल का हित अपनी जगह।उनकी जिद में बंगाल का अहित हो, यह तो उचित नहीं है। इसलिए भी उन्हें अपना नजरिया बदलना चाहिए और राज्य के समग्र विकास के लिए काम करना चाहिए।

भ्रष्टाचारी छोटा हो या बड़ा, उसकी सही जगह जेल ही है। काश, इस बात को ममता समझ पाती। आवेश में गलतियां होती हैं।इसलिए भी उन्हें ठंडे दिमाग से सोचना और राज्य हित में उचित निर्णय लेना चाहिए।

Tags: Mamta banerjeeNational news
Previous Post

योगी आदित्यनाथ सरकार से न कुछ हो पाया है और न हो पायेगा : लल्लू

Next Post

मंदिर के पुजारी की लाठी-डंडों से पिटाई, गांव में तनाव

Writer D

Writer D

Related Posts

CM Dhami visited Sahastradhara Crossing market
राष्ट्रीय

स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराता: मुख्यमंत्री

25/09/2025
Sonam Wangchuk
राजनीति

सोनम वांगचुक पर सरकार का एक्शन, लद्दाख हिंसा के बाद NGO का लाइसेंस किया रद्द

25/09/2025
Election Commission
राजनीति

चुनाव आयोग का बड़ा फैसला, बैलेट पेपर की गणना के बाद की जाएगी EVM-VVPAT की काउंटिंग

25/09/2025
Irfan Solanki
उत्तर प्रदेश

आजम खान के बाद इस सपा नेता को भी मिली बेल, 3 साल बाद जेल से आएंगे बाहर

25/09/2025
Bigg Boss 19
Main Slider

Bigg Boss 19 पर इस कंपनी ने लगाया ये बड़ा आरोप, भेजा लीगल नोटिस

25/09/2025
Next Post
priest beaten

मंदिर के पुजारी की लाठी-डंडों से पिटाई, गांव में तनाव

यह भी पढ़ें

यूपी में पारा लुढ़का Temperature rolled down in UP

यूपी में पारा लुढ़का, ये जिला रहा सबसे ठड़ा

11/12/2020
Zodiac

18 जुलाई राशिफल: जानिए कैसा बीतेगा आपका आज का दिन

18/07/2022
Yogi government became a support for the disabled affected by leprosy

कुष्ठ रोग से प्रभावित दिव्यांगों की सहारा बनी योगी सरकार

11/08/2025
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version