मंगल (Mangal) ग्रह आज से वक्री होने जा रहा है। ज्योतिष शास्त्र में जब कोई ग्रह वक्री होता है तो उसकी चाल उल्टी हो जाती है। ज्योतिषविदों के अनुसार, मंगल 30 अक्टूबर को मिथुन राशि में शाम 06 बजकर 54 मिनट पर वक्री होगा।
ज्योतिष शास्त्र के जानकारों की मानें तो मिथुन राशि में वक्री मंगल चार राशि के जातकों को बहुत ही शुभ परिणाम देने वाले हैं। इन जातकों को धन, कारोबार, करियर और सेहत के मोर्चे पर शुभ परिणाम प्राप्त होंगे।
वृष राशि: ग्रहों के सेनापति मंगल आपके दूसरे भाव में वक्री होंगे। इसे धन और वाणी का स्थान कहा जाता है। मंगल की उल्टी चाल शुरू होते ही आपको कार्यक्षेत्र में अद्भुत सफलता मिलेगी। आमदनी के स्रोत भी बढ़ेंगे। कारोबार फलेगा-फूलेगा। कर्ज, उधार में लंबे समय से फंसा रुपया भी वापस मिल सकता है। लंबी यात्राएं लाभकारी रहेंगी। प्रॉपर्टी में निवेश करने के लिए समय अनुकूल है।
सिंह राशि: मंगल आपकी राशि के 11वें स्थान पर वक्री होगा। इस दौरान आपकी आय में वृद्धि हो सकती है। व्यापारिक दृष्टिकोण से नई रणनीतियां लाभ देंगी। खर्चे कम होंगे और आय के साधन बढ़ेंगे। जो लोग लंबे समय से नौकरी की तलाश में जुटे हैं, उन्हें भी कामयाबी मिल सकती है। संतान पक्ष से कोई शुभ समाचार भी आपको प्राप्त हो सकता है। घर परिवार में बुजुर्गों की सेहत सुधरेगी।
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कन्या राशि: मंगल आपकी राशि के दसवें भाव में वक्री होगा। मंगल की उल्टी चाल आपको नौकरी, कारोबार में निरंतर लाभ देगी। नई नौकरी के प्रस्ताव मिल सकते हैं। पद-प्रतिष्ठा बढ़ेगी और प्रमोशन, इन्क्रीमेंट भी आपको मिल सकता है। इस दौरान मेहनत से किए गए प्रत्येक कार्य निश्चित रूप से आपको लाभ देंगे। उधार या कर्ज में फंसा पैसा भी वापस मिल सकता है।
कुंभ राशि: मंगल के वक्री होने के बाद कुंभ राशि वालों की ऊर्जा और उत्साह में वृद्धि होगी। नौकरी, कारोबार में लाभ की स्थिति बनेगी। वरिष्ठ साथियों के साथ मधुर संबंध स्थापित करेंगे। वाणी पर संयम रहेगा और मान-सम्मान भी बढ़ेगा। मंगल की उल्टी चाल होते ही आपकी राशि में गुप्त धन लाभ के योग बनेंगे। आर्थिक मोर्चे पर जो लोग लंबे समय से परेशानियों का सामना कर रहे थे, उनकी समस्याओं का भी अब अंत होने वाला है।