कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता की हत्या के मामले में सीबीआई के हाथ में केस जाने के साथ ही अब इसका ट्रायल भी दिल्ली में ही होगा। लिहाजा आरोपित पुलिसवालों को सीबीआई तिहाड़ जेल में दाखिल करेगी।
कानपुर के प्रापर्टी डीलर मनीष गुप्ता हत्याकांड में शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सीबीआई कोर्ट में ट्रायल का फैसला सुनाया था। जिसके बाद आरोपितों के तिहाड़ जाने की सरगर्मी तेज हो गई है। वहीं इस खबर के बाद गोरखपुर जेल में बंद इंस्पेक्टर जेएन सिंह समेत 6 पुलिसकर्मियों की बेचैनी और बढ़ गई है।
इससे पहले शनिवार को सुबह करीब 11:30 बजे सीबीआई टीम सर्किट हाउस से निकली। होटल कृष्णा पैलेस में करीब 20 मिनट तक रुककर कर्मचारियों से मनीष के ठहरने वाले कमरे से लेकर घटना के वक्त तक पर चर्चा की। यहां से रामगढ़ताल थाने गई टीम ने एक फाइल ली और वापस एनेक्सी भवन आई। दोपहर दो बजे से रामगढ़ताल थाने के ऑपरेटर दीपक कुमार सिंह सहित तीन पुलिसवालों से पूछताछ की। रात में लगभग आठ बजे तक पूछताछ चलती रही।
गौरतलब है कि बीते 27 सितंबर को रामगढ़ताल थाना के होटल कृष्णा पैलेस में ठहरे कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता की मौत हुई थी। इस मामले में मृतक के पत्नी की तहरीर पर तत्कालीन रामगढ़ताल थानेदार समेत 6 पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज किया गया था। जबकि एसआईटी कानपुर की टीम ने गोरखपुर आकर सभी आरोपी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी करने के साथ ही पूरे प्रकरण की विस्तृत जांच की थी। वहीं अब सीबीआई टीम पूरे प्रकरण की तफ्तीश में जुट गयी है।
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सीबीआई ने मनीष गुप्ता के दो दोस्तों चंदन सैनी और राणा चंद से शुक्रवार को पूछताछ की थी जबकि एक दोस्त धनंजय नहीं आए थे। इन लोगों से रविवार को एक बार फिर सीबीआई पूछताछ करेगी और सभी के बयान का आपस में मिलान कराएगी।