गोरखपुर के होटल कृष्णा पैलेस में कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता की मौत मामले में हत्यारोपी हेड कांस्टेबल कमलेश सिंह यादव को मंगलवार की दोपहर गोरखपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वह कोर्ट में सरेंडर होने की फिराक में गोरखपुर आया था।
पुलिस ने कैंट चौराहा से आरोपी को गिरफ्तार कर एसआईटी कानपुर के सुपुर्द कर दिया है। थाने में ही पूछताछ की जा रही है। आरोपी पर कानपुर पुलिस की ओर से एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। मनीष हत्याकांड में यह पांचवीं गिरफ्तारी है। अब नामजद दरोगा विजय यादव ही पुलिस की पकड़ से दूर हैं।
जानकारी के मुताबिक, कारोबारी गुप्ता की हत्या में नामजद आरोपित हेड कांस्टेबल कमलेश सिंह यादव कोर्ट में सरेंडर करने के लिए गोरखपुर आया था। इस बीच कैंट इंस्पेक्टर सुधीर कुमार सिंह को मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपित हेड कांस्टेबल कचहरी के पास ही मौजूद है। सूचना मिलने के साथ ही कैंट इंस्पेक्टर सुधीर सिंह, विश्वविद्यालय चौकी प्रभारी विजय कुमार गौड़ पहुंच गए और आरोपियों को पकड़ लिया।
गिरफ्तारी के बाद कमलेश को सीधे रामगढ़ताल थाने ले जाया गया। साथ ही गिरफ्तारी की सूचना कानपुर एसआईटी के प्रभारी व एसीपी आनंद प्रकाश तिवारी को दी गई। सूचना पर एसआईटी रामगढ़ताल थाने पहुंच गई थी। आरोपी से देरशाम तक पूछताछ जारी थी। गिरफ्तार आरोपी गाजीपुर के बरेसरा के हाजीपुर का रहने वाला है।
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इस मामले के दो मुख्य हत्यारोपी इंस्पेक्टर जेएन सिंह और दरोगा अक्षय मिश्रा को बीते रविवार को ही पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। मंगलवार को दरोगा राहुल दुबे और सिपाही प्रशांत को पुलिस ने जेल भेजा है। पांचवां आरोपी कमलेश भी पकड़ा गया। अब इस मामले में एक आरोपी विजय यादव फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस टीमें लगी हैं।