उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता हत्याकांड के बाद योगी सरकार द्वारा उनकी पत्नी मीनाक्षी गुप्ता को नौकरी देने का वादा पूरा कर दिया गया है। मीनाक्षी मंगलवार को अपने बेटे अविराज, भाई सौरभ गुप्ता और चाचा ईश्वरचंद के साथ ज्वाइनिंग लेने के कानपुर विकास प्राधिकरण (KDA) टेम्पो से पहुंचीं। यहां केडीए वीसी अरविंद सिंह ने मीनाक्षी को विशेष कार्याधिकारी (OSD) पद पर ज्वाइनिंग कराई। इस मौके पर मीनाक्षी के चेहरे पर उदासी के भाव हर समय बने रहे।
केडीए वीसी ने ज्वाइनिंग के बाद मीनाक्षी को अभी इच्छानुसार वर्क फ्रॉम होम करने को कहा है। मीनाक्षी ने बताया कि वे अगले सोमवार से केडीए में वर्किंग शुरू करेंगी। मीनाक्षी दोपहर 12 बजे पहुंचीं। उन्हें केडीए वीसी अरविंद सिंह का कमरा नहीं पता था। कर्मचारियों से पूछते हुए वीसी के कमरे में पहुंची तो गेट पर लगे कर्मचारी ने सलाम किया।
इसके बाद मीनाक्षी के साथ सभी लोग वीसी के सामने बैठे. इस पर अधिकारियों ने सभी शैक्षणिक कागजों को चेक किया। मीनाक्षी से आधा दर्जन कागजों में हस्ताक्षर करने के बाद नियुक्ति पत्र पर केडीए वीसी ने हस्ताक्षर किए।
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उधर हत्याकांड के मुख्य आरोपी इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह और दरोगा अक्षय मिश्रा को गिरफ्तार कर जेल भेजने के बाद सभी की बर्खास्तगी करने की तैयारी शुरू हो गई है। एसपी नॉर्थ की जांच रिपोर्ट का आधार बनाते हुए एसएसपी ने बर्खास्त करने की फाइल आगे बढ़ा दी है।
हत्या का मुकदमा दर्ज होने से पहले एसएसपी ने चेकिंग के दौरान लापरवाही के आरोप में इंस्पेक्टर सहित छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था। मुकदमा दर्ज होने के बाद मनीष की पत्नी मीनाक्षी की मांग प्रशासन ने मामले की गंभीरता को समझा और जांच एसआईटी को सौंपी। एसआईटी पिछले 10 दिनों से गोरखपुर में डेरा डाले हुए है और हर पहलू की जांच कर रही है।