Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

25 हजार का इनामी ‘वसूली बंदर’ गिरफ्तार, बलवा समेत कई मामलों में पुलिस को थी तलाश

Manoj Yadav

Manoj Yadav

कानपुर। कानपुर में सिविल लाइंस स्थित नजूल की जमीन पर कब्जा करने के प्रयास के कोतवाली में दर्ज मामले में फरार चल रहे 25 हजार के इनामी व प्रेस क्लब कानपुर के कनिष्ठ उपाध्यक्ष रहे मनोज यादव (Manoj Yadav ) उर्फ वसूली बंदर को कानपुर पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया।

मनोज पर जमीन कब्जाने के प्रयास के अलावा सचेंडी, बादशाहीनाका, नजीराबाद, फीलखाना, कोतवाली में विभिन्न गंभीर धाराओं में आठ मामले दर्ज है। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर लोगों को धमकाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला तमंचा भी बरामद किया है।

हालसी रोड निवासी शशी सैनी ने रिपोर्ट दर्ज कराते हुए कहा था कि उनके बेटे मोहित सैनी ने साल 2007 में पड़ोस में रहने वाले मनोज यादव और उसके साथियों के खिलाफ डकैती समेत कई गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस मामले में कोर्ट में गवाही होनी है, लेकिन मनोज यादव, उसका भाई विनोद गवाही न देने का दबाव बना रहे थे।

अवनीश दीक्षित के दबाव में कार्रवाई नहीं करती थी पुलिस

मनोज (Manoj Yadav ) और विनोद ने चार साथियों के साथ 2 जनवरी 2024 को उनके घर में घुसकर मारपीट, बवाल करते हुए जान से मारने की कोशिश की थी। इसके पहले भी आरोपियों ने कई बार उन लोगों के साथ मारपीट की थी लेकिन हर बार प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित के दबाव में पुलिस कार्रवाई नहीं करती थी।

मुश्किलों में घिरे सीएम सिद्धारमैया, मुडा मामले में चलेगा केस

डीसीपी पूर्वी श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि बादशाहीनाका पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम ने इस मामले में इस्तेमाल हुए तमंचे के साथ बंदर को गिरफ्तार किया है। बता दें, मामले में फरार होने के बाद पुलिस के इनाम घोषित करने के चलते प्रेस क्लब की वर्तमान कार्यकारिणी ने आम सभा बुलाकर बंदर और अवनीश की सदस्यता निलंबित कर दी थी।

Exit mobile version