कोलकाता| लॉकडाउन की पाबंदियों में ढील देने के बाद कई राज्यों ने शराब पर 50 प्रतिशत से अधिक कोरोना उपकर लगाया, वहां मई और जून में शराब बिक्री में औसत 59 प्रतिशत की कमी देखने को मिली। वहीं पश्चिम बंगाल सरकार बिक्री में भारी गिरावट को लेकर शराब पर हाल में लगी 30 प्रतिशत कर में कटौती कर सकती है। उद्योग जगत के सूत्रों ने इसकी जानकारी दी।
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सूत्रों ने बुधवार को कहा कि बिक्री बढ़ाने के लिये भारत में निर्मित विदेशी शराब पर मूल्य के हिसाब से कर लगाया जा सकता है। राज्य में शराब पर अतिरिक्त कर नौ अप्रैल से प्रभावी हुई हैं। हालांकि इसके बाद राज्य में शराब की बिक्री में गिरावट दर्ज की गई है।
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राष्ट्रीय स्तर पर, इस साल मई और जून में सालाना आधार पर बिक्री में क्रमश: 25 प्रतिशत और 15 प्रतिशत तक की गिरावट आयी। सीआईएबीसी के महानिदेशक विनोद गिरी ने कहा, ”शराब उद्योग राज्य सरकारों के राजस्व में करीब 2.5 लाख करोड़ रुपये का योगदान देता है। हालांकि चालू वित्त वर्ष में इस राजस्व में 25 से 30 प्रतिशत की गिरावट आने वाली है।