घूसखोरी निलंबित एसडीएम पिंकी मीणा ने बसंत पंचमी के मौके पर जज नरेंद्र कुमार के संग सात फेरे ले लिए। हालांकि यह शादी उतनी धूमधाम से नहीं हो सकी, जितनी वधू पक्ष ने तैयारियां की थीं। 16 फरवरी को शादी के लिए मैरिज हॉल एकदम सजकर तैयार था, लेकिन तभी पता चला कि बारात यहां नहीं आएगी। इसके बाद यह शादी सादे समारोह में पिंकी मीणा के घर पर ही हुई।
कहा यह भी जा रहा है कि मीडिया कवरेज से बचने के लिए यह फैसला लिया गया। हालांकि अब तक इस पर वर या वधू पक्ष का बयान सामने नहीं आया है। यूं तो हर साल बसंत पंचमी के मौके पर हजारों शादियां होती हैं, लेकिन पिंकी मीणा की शादी खास चर्चा में रही है।
पिंकी मीणा को शादी के बाद एक बार फिर से 21 फरवरी को जेल में सरेंडर करना है। वह राजस्थान हाई कोर्ट से 10 दिन की जमानत मिलने पर बाहर आई थीं। रिहाई के बाद 11 फरवरी को पीले चावल की रस्म हुई थी और फिर 12 तारीख को बान सांकड़ी की रस्म अदा की गई। वहीं प्रेम के पर्व कहे जाने वाले वैलेंटाइन डे के मौके पर लगन टीका हुआ था।
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इसके बाद दौसा जिले में आयोजित शादी समारोह में पिंकी मीणा ने जज नरेंद्र कुमार का दामन थाम लिया। शादी के 5 दिन बाद एक बार फिर से वह जेल की सलाखों के पीछे चली जाएंगी। हालांकि 22 फरवरी को उनकी जमानत पर फिर सुनवाई है। ऐसे में इस बात पर नजर होगी कि कोर्ट की ओर से उन्हें राहत मिलती है या नहीं।
पिंकी मीणा को 15 जनवरी को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को तैयार करने में जुटे एक कॉन्ट्रैक्टर से 10 लाख रुपये की घूस लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। एक शिकायत के आधार पर राजस्थान के एंटी-करप्शन ब्यूरो ने उनके खिलाफ एक्शन लिया था और उन्हें रंगे हाथों अरेस्ट किया गया था। इसके बाद से ही यह मामला चर्चा में है। जयपुर की घाटगेट जेल में उन्हें रखा गया था। इसी प्रकरण में दौसा एसपी रहे मनीष अग्रवाल को भी एसीबी पकड़ चुकी है। आईपीएस मनीष अग्रवाल पर कंपनी से 38 लाख की घूस लेने का आरोप है।