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टीबी उन्मूलन के लिये जनांदोलन की आवश्यकता : जय प्रताप

jai pratap

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उत्तर प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि राज्य सरकार सभी विभागों के बीच समन्वय बनाते हुए टीबी उन्मूलन कार्यक्रम को जनांदोलन का रूप दे रही है।

श्री सिंह ने गुरूवार को पत्रकारों से कहा कि टीबी उन्मूलन कार्यक्रम की प्रतिबद्धता के चलते सरकार टीबी मरीजों को बेहतर और नियमित उपचार प्रदान करने और प्रदेश से टीबी के पूर्ण उन्मूलन के लिये मिशन मोड में काम कर रही है।

एक्टिव केस फाइंडिंग के अंतर्गत अतिरिक्त अभियान, जनवरी, मार्च और जुलाई के माध्यम से 19664 नए टीबी मरीज़ चिन्हित किये गए, जिन्हें समुचित एवं निःशुल्क उपचार प्रदान किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक 18 वर्ष से कम उम्र के टीबी से ग्रसित 25000 बच्चों को गोद लिया गया है और इन सबको विभिन्न संस्थाओं एवं अधिकारियों द्वारा पुष्टाहार एवं उनके परिजनों को भावनात्मक एवं सामाजिक सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। टीबी उन्मूलन कार्यक्रम को गति प्रदान करने के लिए प्रदेश के 22 जिलों में निजी सेवा प्रदाताओं के माध्यम से टीबी उन्मूलन कार्यक्रमों के अंतर्गत गतिविधियों को सम्पादित किया जायेगा। अगले कुछ महीनों में ये कार्यक्रम प्रारंभ किया जा रहा है।

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मंत्री ने बताया कि पंचायती राज विभाग द्वारा विकसित किये जा रहे प्रशिक्षण मोडुयूल के माध्यम से भी ग्राम प्रधानों को टीबी विषय पर सारगर्भित जानकारियाँ दी जायेगी, जिससे, हर स्तर पर इससे जुडी महत्वपूर्ण जानकारियां पहुंचेगी। इसके साथ ही न्यू इंडिया/75 कार्यक्रम के अंतर्गत प्रदेश के 25 जिलों के सरकारी स्कूलों एवं विद्यालयों के किशोरों और युवाओं में टीबी के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए रेड रिबन क्लब के सहयोग से चरणबद्ध तरीके से तीन चरणों में गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं।

इसके साथ ही एक अप्रैल 2018 से लागू की गयी निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत प्रदेश में अब तक लाभार्थियों को कुल 228 करोड़ रुपये की धनराशि हस्तांतरित की जा चुकी है।

राज्य क्षय नियंत्रण अधिकारी डॉ. संतोष गुप्ता ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग टीबी मरीजों को निःशुल्क सेवाएँ उपलब्ध कराने का अथक प्रयास कर रहा है। प्रदेश के 22 जिलों में निजी सेवा प्रदाताओं के माध्यम से टीबी उन्मूलन कार्यक्रमों से सम्बंधित गतिविधियाँ संचालित की जायेगी, इससे, निश्चित ही टीबी का प्रदेश से शीघ्र उन्मूलन होगा।

उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय, प्रदेश और जिला स्तर पर कोविड की चुनौती के साथ ही टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के लिए तत्परता से कार्य किया जा रहा है। वर्ष 2020 में टीबी मरीजों की कुल 3.66 लाख अधिसूचनाएं दर्ज हुई थीं, जिनमें 2.42 लाख सरकारी क्षेत्र से और 1.24 लाख निजी क्षेत्र से थीं। इसके सापेक्ष वर्ष 2021 में अभी तक कुल 2.54 टीबी मरीजों की सूचनाएं निक्षय पोर्टल पर पंजीकृत की गयीं हैं और इन सब मरीजों का निःशुल्क उपचार किया जा रहा है। इन सभी पंजीकृत मरीजों को प्रत्येक माह, सरकार द्वारा दी जाने वाली पोषण प्रोत्साहन राशि के रूप में 500 रुपये उनके खाते में सीधे जमा करवाए जा रहें हैं। शीघ्र ही प्रदेश में, टीबी प्रिवेंटिव थेरेपी की शुरुआत की जायेगी।

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