लखनऊ। आकाश आनंद के ससुर ने सार्वजनिक तौर पर बहुजन समाज पार्टी (BSP) की प्रमुख से माफी मांगी, जिसे मायावती (Mayawati) ने स्वीकार कर लिया है। साथ ही उनकी पार्टी में वापसी भी हो गई। मायावती ने इस साल की शुरुआत में अशोक सिद्धार्थ (Ashok Siddharth) को पार्टी से निष्कासित कर दिया था।
बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के राष्ट्रीय संयोजक आकाश आनंद के ससुर और पूर्व सांसद अशोक सिद्धार्थ ने आज शनिवार को सोशल मीडिया पर अपने लंबे पोस्ट के जरिए पार्टी प्रमुख मायावती (Mayawati) से माफी मांग ली। आकाश आनंद, मायावती के भतीजे हैं और वह भी उनकी नाराजगी का शिकार हो चुके हैं। लेकिन सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने के बाद मायावती ने आकाश का पार्टी से निष्कासन रद्द कर दिया और पार्टी में फिर से अहम जिम्मेदारी दे दी। लेकिन तब भी मायावती की नाराजगी पूर्व सांसद अशोक सिद्धार्थ के साथ बनी रही थी।
मायावती (Mayawati) ने अशोक सिद्धार्थ को माफ कर दिया
सार्वजनिक तौर पर माफी मांगे जाने के बाद मायावती (Mayawati) ने भी सोशल मीडिया के जरिए अशोक सिद्धार्थ को माफ कर दिया और पार्टी में भी फिर से ले लिया। उन्होंने कहा, “बीएसपी के कई जिम्मेदार पदों पर लंबे समय से कार्यरत रहे और पूर्व राज्यसभा सांसद अशोक सिद्धार्थ, जिन्हें कुछ महीने पहले पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था, ने आज सार्वजनिक तौर पर माफी मांग ली और उनके निष्कासन के फैसले को रद्द करते हुए फिर से पार्टी में शामिल कर लिया गया है।
बहुजन समाज पार्टी (बी.एस.पी.) के कई ज़िम्मेदार पदों पर लम्बे वर्षों तक कार्यरत रहे एवं पार्टी के पूर्व राज्यसभा सांसद श्री अशोक सिद्धार्थ, जिन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिये कुछ माह पहले पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था, उन्होंने सोशल मीडिया एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर आज…
— Mayawati (@Mayawati) September 6, 2025
एक समय पूर्व सांसद अशोक सिद्धार्थ को मायावती के बेहद करीबी लोगों में शुमार किया जाता था। बीएसपी में सिद्धार्थ की स्थिति काफी मजबूत मानी जाती थी, लेकिन धीरे-धीरे संबंधों में खटास आने लगा था। मायावती ने इस साल 12 जनवरी को डॉक्टर अशोक सिद्धार्थ को पार्टी से निष्कासित कर दिया था।
X पर पोस्ट के जरिए अशोक ने मांगी थी माफी
पूर्व सांसद अशोक सिद्धार्थ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट साझा कर पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगी है। अपने पोस्ट उन्होंने यह स्वीकार किया कि पार्टी में रहते हुए उनसे कुछ गलतियां हुईं, जिनका उन्हें गहरा अफसोस है। सिद्धार्थ ने कहा, “वह बहनजी के चरणों में नतमस्तक होकर क्षमा याचना करते हैं। अपने कार्यकाल के दौरान जाने-अनजाने या गलत लोगों के बहकावे में आकर उनसे कुछ गलतियां हुई हैं और इसके लिए वे दिल से माफी मांगते हैं।”
आकाश आनंद के ससुर डॉक्टर अशोक ने कहा, “जाने-अनजाने में और गलत लोगों के बहकावे में आकर जो भी गलतियां हुई हैं, उसके लिए मैं आदरणीय बहन जी (मायावती) से हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं।” अपने माफीनामा के साथ ही उन्होंने यह आश्वासन भी दिया कि भविष्य में वह कभी भी पार्टी नियमों के खिलाफ नहीं जाएंगे और अनुशासन से बाहर जाकर काम नहीं करेंगे। सिर्फ मायावती के मार्गदर्शन और दिशा-निर्देशन में रहकर ही सक्रिय राजनीति करेंगे। उन्होंने यह भी साफ किया वह रिश्तेदारी या निजी संबंधों की वजह से कोई नाजायज फायदा नहीं उठाएंगे।
इससे पहले मायावती ने 29 अगस्त को आकाश आनंद का पार्टी में ओहदा बढ़ाते हुए पार्टी का राष्ट्रीय संयोजक बना दिया था। तब आकाश आनंद पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक की भूमिका निभा रहे थे। अप्रैल में आकाश को माफ करते हुए मायावती ने X पर कहा था कि अशोक सिद्धार्थ की गलतियां अक्षम्य हैं। गुटबाजी के साथ-साथ घोर पार्टी विरोधी गतिविधियों के साथ-साथ उन्होंने आकाश के कैरियर को भी बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। ऐसे में उनको माफ करने और पार्टी में वापस लेने का सवाल ही नहीं पैदा होता।