बसपा सुप्रीमो मायावती ने बिहार की जनता से अपील की है कि विधानसभा चुनाव में जनता दल यू और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) गठबंधन को बार बार आजमाने के बजाय उनकी पार्टी को मौका दे।
सुश्री मायावती ने रविवार को ट्वीट किया “ बिहार विधानसभा आमचुनाव के अन्तर्गत दूसरे चरण में 94 सीटों पर प्रचार की प्रक्रिया आज समाप्त होने के साथ ही तीन नवम्बर को मतदान पर समग्र ध्यान केन्द्रित है। मतदाताओं से अपील है कि उन्होंने जद-यू व राजद गठबंधन की सरकारों को बहुत आजमाया है। अब हमारे नए गठबंधन को एक मौका जरूर दें।”
बिहार विधानसभा आमचुनाव के अन्तर्गत दूसरे चरण में 94 सीटों पर प्रचार की प्रक्रिया आज समाप्त होने के साथ ही 3 नवम्बर को मतदान पर समग्र ध्यान केन्द्रित है। मतदाताओं से अपील है कि उन्होंने जद-यू व राजद गठबंधन की सरकारों को बहुत आजमाया है। अब हमारे नए गठबंधन को एक मौका जरूर दें।
— Mayawati (@Mayawati) November 1, 2020
कुशल प्रशासक की छवि वाली मायावती ने बिहार में चुनाव के लिये असउद्दीन ओवैसी की पार्टी के साथ गठबंधन किया है। दलित और पिछड़े वर्ग की हिमायती बसपा का एआईएमआईएम के साथ गठबंधन मुस्लिम दलित गठजोड़ का परिचायक बन सकता है।
बसपा सुप्रीमो ने इससे पहले एक अन्य ट्वीट में यूपी और मध्यप्रदेश में तीन नवम्बर को होने वाले मतदान में बसपा उम्मीदवारों को जिताने की अपील की है।
उन्होने कहा “ उत्तर प्रदेश की सात व मध्यप्रदेश की 28 विधानसभा सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव हेतु प्रचार की आज समाप्ति के साथ ही आगामी 3 नवम्बर के मतदान पर सभी का ध्यान केन्द्रित है। मतदाताओं से अपील है कि वे बीएसपी के उम्मीदवारों को सफल बनाकर यहाँ विरोधियों को सही राजनीतिक संदेश दें तो बेहतर।”
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में बसपा को अगर किसी भी सीट पर जीत हासिल होती है तो इसका मनोवैज्ञानिक असर 2022 के विधानसभा चुनाव में पड़ना तय है। 2017 के चुनाव में इन सात सीटों में से छह में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और एक में समाजवादी पार्टी (सपा) ने कब्जा किया था।