लखनऊ। रामपुर के बसपा जिला अध्यक्ष रहे सुरेंद्र सागर (Surendra Sagar ) को पार्टी सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने सिर्फ इसलिए निकाल दिया, क्योंकि उन्होंने समाजवादी पार्टी के विधायक त्रिभुवन दत्त (SP MLA Tribhuvan Dutt) की बेटी से अपने बेटे की शादी कर दी। त्रिभुवन दत्त भी कभी बसपा से सांसद विधायक रह चुके हैं, लेकिन अब सपा के विधायक हैं।
हाल में ही सपा चीफ अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) भी त्रिभुवन दत्त के घर अंबेडकर नगर गए थे। अब मायावती (Mayawati) ने न सिर्फ सुरेंद्र सागर (Surendra Sagar) को पार्टी से निकाल दिया है, बल्कि रामपुर के जिला अध्यक्ष प्रमोद सागर को भी हटा दिया है। सुरेंद्र सागर पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने और अनुशासनहीनता के आरोप लगाए गए हैं।
जिला प्रभारी रहे ज्ञान प्रकाश बौद्ध को नया जिलाध्यक्ष बनाया गया है। दरअसल, बरेली मंडल में सुरेंद्र सागर (Surendra Sagar) बसपा के बड़े नेता माने जाते हैं और वह कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं। साल 2022 में मिलक विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ चुके हैं। हालांकि, सुरेंद्र सागर का कहना है कि उन्होंने कोई अनुशासनहीनता नहीं की। सिर्फ अपने बेटे अंकुर की शादी समाजवादी पार्टी के सपा विधायक त्रिभुवन दत्त की बेटी से की है।
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इससे पहले मुनकाद अली के बेटे की शादी में शामिल होने की वजह से नवंबर में पूर्व मंडल प्रधान प्रभारी प्रशांत गौतम को भी मायावती ने निकाल दिया था। दरअसल, बसपा के प्रभावशाली कॉर्डिनेटर मुनकाद अली की बेटी पूर्व सांसद कादिर राणा की बहू हैं और इस उपचुनाव में मीरापुर से वह समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ी हैं।