Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

लालजी टंडन के निधन पर मायावती ने जताया गहरा शोक

लालजी टंडन का निधन

लालजी टंडन के निधन पर मायावती ने जताया गहरा शोक

नयी दिल्ली। मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन के निधन पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार को गहरा शोक व्यक्त किया। बसपा सुप्रीमो ने ट्विट किया- लालजी के निधन होने की खबर अति-दुःखद व उनके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना।

यूपी में तीन दिन का राजकीय शोक

लालजी टंडन के निधन पर उत्तर प्रदेश सरकार ने तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया।

मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने मेदांता अस्पताल में ली अंतिम सांस

मेदांता हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉक्टर राकेश कपूर ने बताया कि आज सुबह 5:35 बजे मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का निधन हो गया है। उनकी किडनी के साथ-साथ लिवर फंक्शन भी गड़बड़ा गया था।

लालजी टंडन के अंतिम दर्शन

लालजी टंडन के अंतिम दर्शन आज सुबह 10 से 12 बजे तक कोठी नं 9 त्रिलोकनाथ रोड, हजरतगंज और दोपहर 12 बजे से अपने निवास 64, सोंधी टोला, चौक, लखनऊ पर होंगे। उनकी अंतिम यात्रा शाम 4 बजे गुलाला घाट, चौक के लिए प्रस्थान करेगी

लखनऊ के प्राण थे लालजी टंडन, देश ने लोकप्रिय जननेता, योग्य प्रशासक एवं प्रखर समाज सेवी को खोया

1960 से शुरु हुआ था लालजी टंडन का राजनीति सफर

12 अप्रैल 1935 को लखनऊ में जन्मे लालजी टंडन 1958 में शादी के बंधन में बंध गए। उन्होने स्नातक तक क शिक्षा हासिल की है। उनके पुत्र गोाल जी टंडन इस समय यूपी की योगी सरकार में मंत्री हैं। एमपी के राज्यपाल लालजी टंडन ने राजनीतिक सफर की शुरुआत 1960 में की थी। टंडन दो बारा पार्षद चुने गए और दो बार विधान परिषद के सदस्य भी रहे। उन्होंने इंदिरा गांधी की सरकार के खिलाफ जेपी आंदोलन में भी बढ़चढ़कर हिस्सा लिया था। लालजी टंडन को यूपी क राजनीति में कई अहम प्रयोगों के लिए भी जाना जाता है। 90 के दशक में प्रदेश में भाजपा और बसपा की गठबंधन सरकार बनाने में भी उनका अहम योगदान माना जाता है।

Exit mobile version